

“ऑपरेशन कनविक्शन” ने दुष्कर्म के आरोपी धर्मेन्द्र को सलाखों के पीछे पहुंचाया। मामले की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट
"ऑपरेशन कनविक्शन" के तहत मिली सजा ( फोटो सोर्स- इंटरनेट)
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश पुलिस के "ऑपरेशन कनविक्शन" ने एक बार फिर अपराधियों के दिलों में खौफ पैदा कर दिया है। गगहा थाना पुलिस की मुस्तैदी और न्याय के प्रति अटल समर्पण ने दुष्कर्म के आरोपी धर्मेन्द्र को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, वर्ष 2023 में थाना गगहा में दर्ज मुकदमा नंबर 763/2023 (धारा 376 भादवि) के तहत प्रेमनगर, जगदीशपुर भलुआन निवासी धर्मेन्द्र पुत्र जयराम को मा० न्यायालय ASJ/FTC-I गोरखपुर ने दोषी ठहराया। उसे 10 साल के सश्रम कारावास और साथ ही 30,000 रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई गई।
यह सजा न केवल अपराधी के लिए सबक है, बल्कि समाज में कानून के राज की मिसाल भी है। थानाध्यक्ष सुशील कुमार की अगुवाई में गगहा थाने की मॉनिटरिंग सेल और पैरोकारों ने दिन-रात एक कर इस केस को अंजाम तक पहुंचाया। ADGC रमेश चन्द्र पाण्डेय और ADGC सिद्धार्थ सिंह ने कोर्ट में प्रभावी पैरवी कर दोषी को सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।
"ऑपरेशन कनविक्शन" के तहत गोरखपुर पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों के लिए सख्त संदेश है कि कानून से कोई नहीं बच सकता। इस जीत ने पीड़ितों के दिलों में न्याय की उम्मीद जगाई है और जनपद में कानून के प्रति भरोसा बढ़ाया है। गगहा पुलिस का यह जोरदार प्रहार अपराधियों को चेतावनी है: "अपराध करोगे, तो सजा पाओगे!"
"ऑपरेशन कनविक्शन" के तहत ही चंदौली जिले में विभिन्न मुकदमा में दोष सिद्ध पाए जाने के बाद अपराधियों को दंड देने का सिलसिला जारी है। चंदौली जनपद की विभिन्न अदालतों के द्वारा ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत 2 अपराधियों को सजा सुनाई गयी है। यह सजा अलीनगर और मुगलसराय कोतवाली में दर्ज मुकदमे में सुनाई गई है। इस मामले में अभियोग में मानिटरिंग सेल व विपिन कुमार (एपीओ) व थाना मुगलसराय के पैरोकार हेड कांस्टेबल राजेश राय की प्रभावी पैरवी और मिले सबूतों के अनुसार सजा सुनायी गयी।
ऑपरेशन कन्विक्शन अभियान में जनपदीय पुलिस की वैज्ञानिक विवेचना में बताया कि अलीनगर थाने में दर्ज गैंगेस्टर के मामले, अचूक साक्ष्य संकलन एवं लोक अभियोजक की प्रभावी पैरवी के परिणाम स्वरुप अभियुक्तों को दण्डित किया गया ।