‘गरीबों की शिक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं’, यूपी में 5000 स्कूल बिलय होने पर भड़का लोगों का गुस्सा

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेशभर के लगभग 5000 प्राथमिक विद्यालयों को बंद किए जाने के निर्णय के खिलाफ सोमवार को डॉ. अंबेडकर युवा संगठन ने जमकर प्रदर्शन किया।

Post Published By: सौम्या सिंह
Updated : 7 July 2025, 4:29 PM IST
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अयोध्या: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेशभर के लगभग 5000 प्राथमिक विद्यालयों को बंद किए जाने के निर्णय के खिलाफ सोमवार को अयोध्या में डॉ. अंबेडकर युवा संगठन उत्तर प्रदेश के बैनर तले गांधी पार्क से कचहरी परिसर तक एक जोरदार विरोध मार्च निकाला गया। इस दौरान संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ता हाथों में तख्तियां और बैनर लिए शिक्षा बचाने के नारे लगाते हुए सड़क पर उतरे। प्रदर्शनकारियों ने मार्च के बाद राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन भी उपजिलाधिकारी को सौंपा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संगठन के संस्थापक डॉ. निर्मल बौद्ध ने सरकार के इस निर्णय को गरीब, वंचित, शोषित व पीड़ित तबके के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालय ही गरीब परिवारों के बच्चों के लिए शिक्षा का पहला और सुलभ माध्यम है। यदि सरकार इन स्कूलों को बंद कर देगी, तो हजारों बच्चे जो पहले से ही संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं, शिक्षा से पूरी तरह वंचित हो जाएंगे।

विद्यालयों को बंद किए जाने के निर्णय के खिलाफ प्रदर्शन

निर्मल बौद्ध ने कहा, सरकार को यह समझना होगा कि जो परिवार अपने लिए एक ढंग का मकान तक नहीं बनवा सकते, उनके बच्चों के लिए नजदीकी प्राथमिक विद्यालय ही शिक्षा की आशा की किरण है। उन्होंने आगे कहा कि अगर इन स्कूलों को बंद किया गया, तो न सिर्फ बच्चों को दूरस्थ स्कूलों तक पहुंचने में कठिनाई होगी, बल्कि उनमें पढ़ाई के प्रति रुझान भी खत्म हो जाएगा।

protests against closure of primary schools

संस्थापक निर्मल बौद्ध

प्रदर्शनकारियों ने यह भी मांग की कि सरकार विद्यालयों को बंद करने के बजाय उनमें शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने पर ध्यान दे। स्कूलों में शिक्षा के संसाधन बढ़ाए जाएं, शिक्षकों की संख्या पूरी की जाए और डिजिटल व स्मार्ट लर्निंग की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, जिससे गांव के बच्चे भी मुख्यधारा की शिक्षा से जुड़ सकें।

मार्च के दौरान गांधी पार्क से लेकर कचहरी परिसर तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जगह-जगह पुलिस बल तैनात था ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। हालांकि प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।

ज्ञापन सौंपते समय संगठन की ओर से यह स्पष्ट किया गया कि यदि सरकार ने शीघ्र ही यह निर्णय वापस नहीं लिया, तो प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान संगठन के अन्य प्रमुख सदस्य राजेश कुमार, मुकेश बौद्ध, दिलीप बौद्ध, अजय बौद्ध, सूरज बौद्ध, भारत बौद्ध, संतोष बौद्ध, विकास, हरीश बौद्ध, अरविंद, आशीष बौद्ध, सुनील, कौशल रंजन और धर्मेंद्र कुमार भी उपस्थित रहे।

इस पूरे विरोध प्रदर्शन में डॉ. अंबेडकर युवा संगठन ने सरकार को चेताया कि शिक्षा से समझौता किसी भी हालत में मंजूर नहीं है।

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