

आठवें राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ बुधवार को जिले के विकास भवन परिसर से किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी ने भव्य जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पढिए पूरी खबर
गोरखपुर: आठवें राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ बुधवार को जिले के विकास भवन परिसर से किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी ने भव्य जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। विकास भवन से निकली इस रैली में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा बहुएं, स्वयं सहायता समूह की महिलाएं, स्कूली छात्र-छात्राएं और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भारी संख्या में शामिल हुए।
एनीमिया और कुपोषण जैसी समस्याओं से जल्द छुटकारा
जानकारी के मुताबिक, चारू चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपना है कि हर बच्चा कुपोषण से मुक्त हो और हर मां स्वस्थ एवं सशक्त बने। इसी उद्देश्य से हर वर्ष सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह अभियान केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं है, बल्कि समाज का आंदोलन है। यदि परिवार, समाज और शासन-प्रशासन मिलकर कार्य करें तो एनीमिया और कुपोषण जैसी समस्याओं से जल्द छुटकारा मिल सकता है।
किशोरियों से संतुलित आहार लेने की अपील
उन्होंने माताओं और किशोरियों से संतुलित आहार लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि भोजन में दाल, दूध, हरी सब्जियां और फल अवश्य शामिल करें। साथ ही बच्चों का समय पर टीकाकरण कराएं और घर-परिवार की स्वच्छता पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि “स्वस्थ बच्चा और सशक्त महिला ही सशक्त भारत की नींव है।” रैली के दौरान प्रतिभागियों ने कुपोषण मुक्त समाज का संदेश देते हुए तख्तियां और बैनर उठाए। “सही आहार, सही पोषण – यही है स्वस्थ जीवन का आधार” और “हर घर पोषण युक्त भोजन” जैसे नारों से माहौल गूंज उठा।
प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्रों को पोषण
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि गोरखपुर में पूरे माह विभिन्न गतिविधियां आयोजित होंगी। आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिका तैयार की जाएगी, बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण, एनीमिया जांच और कुपोषित बच्चों की पहचान की जाएगी। वहीं स्कूलों में क्विज और निबंध प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्रों को पोषण के प्रति जागरूक किया जाएगा।
कुपोषण मुक्त गोरखपुर का सपना जल्द साकार
इस अवसर पर सीडीपीओ, जिला समन्वयक, आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। अंत में महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने सभी से आह्वान किया कि वे इस अभियान को जनांदोलन का रूप देने में सहयोग करें, ताकि कुपोषण मुक्त गोरखपुर का सपना जल्द साकार हो सके।