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Muzaffarnagar: छपार टोल प्लाज़ा के डिप्टी मैनेजर की हत्या मामले में प्रदर्शन, लगाया ये आरोप

त्यागी भूमिहार ब्राह्मण समाज समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष मांगेराम त्यागी ने डिप्टी टोल मैनेजर अरविन्द पांडे की हत्या का आरोप टोल ठेकेदार विनोद मलिक पर लगाया है।
Post Published By: Jay Chauhan
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Muzaffarnagar: छपार टोल प्लाज़ा के डिप्टी मैनेजर की हत्या मामले में प्रदर्शन, लगाया ये आरोप

 Muzaffarnagar: छपार टोल प्लाज़ा के डिप्टी मैनेजर अरविंद पांडे की हत्या को लेकर मामला लगातार गरमाता जा रहा है। राष्ट्रीय त्यागी भूमिहार ब्राह्मण समाज समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष मांगेराम त्यागी ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर टोल प्लाजा के डिप्टी मैनेजर अरविंद पांडे के परिजनों को 2 करोड़ रुपए का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की मांग की।

इसके साथ ही मांगेराम त्यागी ने अरविंद पांडे की मौत का जिम्मेदार टोल ठेकेदार बुढ़ाना ब्लॉक प्रमुख विनोद मलिक को बताया।

बता दे कि बीते शनिवार को विनोद मलिक ने मांगेराम त्यागी पर टोल से पैसे मांगने का आरोप लगाया था। त्यागी ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि उनके समाज में पहले से ही कई धनवान लोग हैं। जिसको लेकर अब विनोद मालिक और राष्ट्रीय त्यागी भूमिहार ब्राह्मण समाज आमने-सामने आ गए हैं।

डीएम को ज्ञापन सौंपते त्यागी समाज के लोग

राष्ट्रीय अध्यक्ष मांगेराम त्यागी ने ब्लाक प्रमुख के पैसे मांगने वाले आरोप पर कहा कि मेरे समाज में बहुत लोग पैसे वाले हैं।

इसके साथ ही राष्ट्रीय त्यागी भूमिहार ब्राह्मण समाज समिति ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जिसमें उन्होंने निम्न मांगें की है  जिसमें  टोल ठेकेदार विनोद मलिक ने SSP कार्यालय में मृतक का शव मिलने से पहले ही हत्या की पुष्टि जैसे शब्द कहे, जो गहरी साजिश की और इशारा करता है।

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शव मिलने के बाद भी विनोद मलिक पोस्टमार्टम हाउस तक नहीं पहुँचे और पीड़ित परिवार से दूरी बनाए रखी, बल्कि उल्टे अपने क्षेत्र से भीड़ जुटाकर दबाव बनाने और माहौल खराब करने का प्रयास किया।

घटना की FIR किसके द्वारा कराई गई? जबकि मृतक परिवार की तरफ से कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई। यह तथ्य खुद में संदिग्ध है।

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आरोपित सभी कर्मचारी विनोद मलिक के ही समाज व प्रभाव क्षेत्र से हैं। इनकी भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी नहीं रही। साफ छवि वाले कर्मचारियों को हटाकर केवल दबंग प्रवृत्ति के लोगों को नियुक्त करना एक आपराधिक नेटवर्क तैयार करने की सोची-समझी रणनीति प्रतीत होती है। मृतक अरविंद पांडे की FIR उनके परिवार द्वार की जाए आदि मांगे की।

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