गाजियाबाद के BJP विधायक नंद किशोर गुर्जर और पुलिस आमने-सामने, कहा- आखिर किसके दबाव में आप?

गाजियाबाद में लोनी के विधायक नंद किशोर गुर्जर और पुलिस इस वक्त एक मामले के कारण आमने-सामने खड़े हो गए। कांवड़ यात्रा और सावन से जुड़ा मामला होने की वजह से तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में पुलिस ने अपनी सफाई दी है। आइये जानते हैं पूरा मामला क्या है?

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 13 July 2025, 7:14 AM IST
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Ghaziabad News: सावन के पावन महीने में कांवड़ यात्रा के दौरान गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार स्थित 'भारत जूस सेंटर' पर एक गंभीर विवाद खड़ा हो गया है। आरोप है कि दुकान पर काम करने वाले एक युवक ने अपनी धार्मिक पहचान छिपाकर कलावा और तिलक लगाकर जूस बेचा। साथ में कथित रूप से जूस में थूक मिलाकर कांवड़ियों समेत आम ग्राहकों को पिला दिया। इस घटना से क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, घटना की सूचना मिलने के बाद लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर डीसीपी ऑफिस पहुंचे और कड़ी आपत्ति जताते हुए दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि पुलिस ने पहले दो युवकों को हिरासत में लिया था, लेकिन बाद में चुपचाप छोड़ दिया गया।

नन्द किशोर गुर्जर ने पुलिस को घेरा

विधायक नन्द किशोर गुर्जर ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावन माह के दौरान सुरक्षा और सतर्कता के सख्त निर्देश दिए हैं। दुकान और प्रतिष्ठानों पर नामपट्ट अनिवार्य किया गया है। ऐसे में गाजियाबाद पुलिस आखिर किनके दबाव में कार्रवाई से बच रही है?” उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि यदि इस तरह की घटनाएं जारी रहीं तो कांवड़ यात्रियों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंच सकती है और इससे हालात बिगड़ सकते हैं।

अब पुलिस ने क्या बोला?

इस पूरे मामले पर पुलिस की ओर से भी बयान सामने आया है। पुलिस ने बताया कि सिद्धार्थ विहार की इस जूस दुकान को लेकर स्थानीय निवासियों को पहले से ही जानकारी थी कि यह दुकान एक मुस्लिम व्यक्ति द्वारा चलाई जा रही है। साथ ही दुकान पर फूड सेफ्टी विभाग का रजिस्ट्रेशन भी मौजूद है।

एसीपी रितेश त्रिपाठी का बयान

एसीपी रितेश त्रिपाठी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में कोई सांप्रदायिक साजिश स्पष्ट रूप से सामने नहीं आई है, लेकिन स्वच्छता मानकों के उल्लंघन की शिकायत जरूर मिली है। इस आधार पर दो युवकों को हिरासत में लिया गया था। उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और सभी साक्ष्य और तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

कांवड़ यात्रा के बीच विवाद बढ़ा

फिलहाल पुलिस की सतर्कता और विधायक की नाराजगी के चलते मामला तूल पकड़ता जा रहा है। क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। स्थानीय प्रशासन लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील कर रहा है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब सावन में हजारों की संख्या में कांवड़िए गाजियाबाद से होकर गुजरते हैं। ऐसे में प्रशासन पर दबाव है कि वो त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई कर सामाजिक शांति बनाए रखे।

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