

लाखों रुपये की लागत से निर्मित सार्वजनिक पार्क जर्जर हालत में पहुंच गया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
जर्जर स्थिति में पड़ा मनरेगा पार्क
महराजगंज: यूपी के महराजगंज जनपद के धानी ब्लॉक में मनरेगा योजना के अंतर्गत लाखों रुपये की लागत से निर्मित एक सार्वजनिक पार्क आज जर्जर हालत में पहुंच चुका है। यह पार्क ग्रामीण जनता के लिए एक स्वस्थ वातावरण और मनोरंजन का माध्यम बनने के उद्देश्य से विकसित किया गया था लेकिन वर्तमान में यह अपनी उपयोगिता खो चुका है। यह उपेक्षा का शिकार होकर केवल एक बेकार संरचना बनकर रह गया है। स्थानीय लोग अब इस पार्क का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं और उन्हें सुबह-शाम टहलने के लिए व्यस्त सड़कों का सहारा लेना पड़ रहा है, जो न केवल असुविधाजनक है बल्कि जानलेवा भी साबित हो सकता है।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, स्थानीय निवासियों का कहना है कि जब यह पार्क बना था, तब लोगों में काफी उत्साह था। बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक सभी वर्ग के लोगों ने इसका स्वागत किया था और इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लिया था। लेकिन समय के साथ जैसे-जैसे पार्क की देखरेख कम होती गई, इसकी स्थिति बिगड़ती चली गई।
पार्क में उगी झाड़ियां
अब पार्क में झाड़ियां उग आई हैं, रास्ते टूट चुके हैं और बैठने की जगहें खस्ताहाल हो गई हैं। कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इसकी सुध लेने नहीं आ रहा है। लोगों का यह भी कहना है कि अगर समय रहते इस पार्क की मरम्मत और देखरेख नहीं की गई, तो यह पूरी तरह से अनुपयोगी हो जाएगा और इसमें लगाए गए लाखों रुपये बर्बाद हो जाएंगे।
ग्रामीणों ने मांग की है कि संबंधित विभाग और जनप्रतिनिधि इस विषय पर संज्ञान लें और पार्क की मरम्मत कर इसे दोबारा उपयोगी बनाएं।
कागजों पर न सिमट जाएं योजनाएं
वहीं मनरेगा जैसी योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन के साथ-साथ बुनियादी ढांचे का विकास करना होता है। लेकिन अगर योजनाएं केवल कागजों पर सिमट जाएं या निर्मित ढांचों का रखरखाव न हो, तो यह न केवल संसाधनों की बर्बादी है बल्कि जनहित की भी अनदेखी है। ऐसे में यह जरूरी है कि धानी ब्लॉक के मनरेगा पार्क की सुध ली जाए और इसे फिर से जनोपयोगी बनाया जाए। साथ ही आसपास के लोग भी इसका लाभ उठा सकें।