

कोल्हुई थाने में तैनात सिपाही राजू यादव की तस्वीर का इस्तेमाल कर साइबर अपराधी एक नया खेल खेल रहे हैं। इस घटना ने स्थानीय लोगों में साइबर अपराधों को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
प्रतीकात्मक छवि
Maharajganj: कोल्हुई थाने में तैनात सिपाही राजू यादव की तस्वीर का इस्तेमाल कर साइबर अपराधी एक नया खेल खेल रहे हैं। अपराधियों ने राजू यादव की फोटो के साथ एक फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाई और इसका इस्तेमाल कोल्हुई के निवासी और समाजसेवी नीरज वरुण से पैसे ऐंठने के लिए किया। इस घटना ने स्थानीय लोगों में साइबर अपराधों को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
फर्जी आईडी से पैसे की मांग
नीरज वरुण ने बताया कि उन्हें इंस्टाग्राम पर एक मैसेज प्राप्त हुआ, जिसमें सिपाही राजू यादव की तस्वीर लगी थी। इस मैसेज में उनसे पैसे की मांग की गई। नीरज ने तुरंत इसकी गंभीरता को समझा और बिना समय गंवाए इसकी जानकारी असली राजू यादव को दी। नीरज ने बताया कि वह पहले भी साइबर ठगी के बारे में जागरूक थे, जिसके कारण उन्होंने तुरंत कार्रवाई की।
पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया
सिपाही राजू यादव ने मामले को गंभीरता से लिया और फर्जी आईडी की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि यह साइबर अपराध का एक नया तरीका हो सकता है, जिसमें सरकारी कर्मचारियों की पहचान का दुरुपयोग किया जा रहा है।
साइबर अपराध के प्रति सतर्कता जरूरी
यह घटना साइबर अपराधियों की बढ़ती सक्रियता को दर्शाती है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अनजान मैसेज या सोशल मीडिया अकाउंट्स से सावधान रहें। नीरज वरुण ने भी लोगों से कहा कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति को पैसे न दें और तुरंत पुलिस को सूचित करें। इस मामले ने एक बार फिर साइबर जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब इस फर्जी आईडी के पीछे के अपराधियों की तलाश में है। साइबर सेल इस मामले में तकनीकी जांच कर रही है ताकि अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।