

आजमगढ़ की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने 16 महीने बाद एक किशोरी को पंजाब से बरामद किया। आरोपी विजय प्रकाश ने किशोरी का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया था, जिसकी पुष्टि मेडिकल रिपोर्ट में हुई। पुलिस कार्रवाई जारी है।
16 महीने बाद किशोरी की बरामदगी
Azamgarh: आजमगढ़ जिले की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) ने 16 महीने बाद एक किशोरी को पंजाब के अमृतसर से बरामद किया। किशोरी पिछले साल 28 मार्च 2024 को घर से बिना बताए गायब हो गई थी। इस मामले में किशोरी के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि घटना के बाद पुलिस ने प्राथमिक जांच शुरू की थी, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद मामला एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को सौंपा गया, जहां पुलिस ने तकनीकी आधार पर आरोपी का पता लगाने की कोशिश की।
15 वर्षीय किशोरी का अपहरण और घर से भागने का मामला
किशोरी के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि उनकी 15 वर्षीय बेटी अपने ननिहाल गई थी, लेकिन घर वापस नहीं आई। परिजनों के मुताबिक, किशोरी घर से बिना बताए कहीं चली गई थी। इस आधार पर पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज किया और नाबालिक किशोरी को ढूंढने का अभियान शुरू किया, लेकिन शुरुआती प्रयासों में सफलता नहीं मिली। इसके बाद मामला एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को सौंप दिया गया।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की सक्रियता से आरोपी की पहचान
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के प्रभारी अभय राज मिश्रा और सब इंस्पेक्टर उमेश कुमार की टीम ने इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू की। उन्होंने किशोरी के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर रखकर उसकी लोकेशन का ट्रैक करना शुरू किया। 16 महीने बाद, किशोरी का मोबाइल नंबर अमृतसर (पंजाब) में लोकेट हुआ, जिसके बाद पुलिस टीम ने पंजाब की पुलिस से संपर्क किया और किशोरी को बरामद किया।
आरोपी विजय प्रकाश गिरफ्तार, रेप की पुष्टि
इस मामले में आरोपी का नाम विजय प्रकाश सामने आया, जिसे पुलिस ने हिरासत में लिया। आरोपी ने किशोरी को अगवा करने के बाद उसके साथ दुष्कर्म किया था। पुलिस ने जब किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराया तो उसमें रेप की पुष्टि हुई। इस कारण आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।
आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई, केस की आगे की प्रक्रिया जारी
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की इस कार्यवाही से न केवल आरोपी पकड़ा गया, बल्कि पीड़िता को भी सुरक्षा और न्याय मिल सकेगा। पुलिस ने यह भी कहा कि आरोपी के खिलाफ जांच पूरी की जा रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई जल्द पूरी की जाएगी।