

योगी के क्षेत्र गोरखपुर से मंगलवार को एक बड़ी खबर सामने आ रही है। एक युवक की मौत पर भारी बवाल मच गया। गीडा थाना क्षेत्र में दुर्गा पूजा के दौरान हुए विवाद में घायल 40 वर्षीय युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई जिस पर नौसड़ चौकी इलाके में भारी बवाल मच गया।
युवक की मौत पर आक्रोशित ग्रामीणों का बवाल
Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में मंगलवार को एक युवक की मौत पर भारी बवाल मच गया। गीडा थाना क्षेत्र के नौसढ़ चौकी अंतर्गत जवाहर चक गांव में दुर्गा पूजा के दौरान हुए विवाद में घायल 40 वर्षीय हनुमान चौहान की इलाज के दौरान मौत हो गई।
शव गांव पहुंचते ही आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने पुलिस पर जमकर पथराव कर दिया। इस हिंसक घटना में एक महिला सिपाही का सिर फट गया, जबकि चार अन्य पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। उग्र भीड़ ने घंटों तक नौसड़ चौकी का घेराव किया और पुलिस को खूब छकाया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
जानकारी के अनुसार 4 अक्टूबर को दुर्गा पूजा के दौरान लगे पंडाल को लेकर विवाद हुआ था। आरोप है कि जवाहर चक गांव के ही रोशन चौहान ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर हनुमान चौहान पर अचानक हमला बोल दिया।
हमलावरों ने लाठी-डंडों और रॉड से हनुमान के सिर पर वार किया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। स्थानीय मेडिकल कॉलेज में प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें लखनऊ के पीजीआई (संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट) रेफर कर दिया गया।
वहां 16 दिनों तक जिंदगी-मौत के बीच संघर्ष करते हुए सोमवार शाम को उनकी सांसें थम गईं। परिजनों का आरोप है कि हमलावरों पर अभी तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई, जिससे उनका गुस्सा भड़क उठा। हनुमान एक किराना दुकान चलाते थे और उनके परिवार में पत्नी लक्ष्मीना, एक बेटा और एक बेटी है।
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मंगलवार पोस्टमॉर्टम के बाद जब हनुमान का शव नौसढ़ चौराहे पर पहुंचा, तो माहौल तनावपूर्ण हो गया। परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया और आरोपी रोशन चौहान व उसके साथियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
एसएसपी राज करन नय्यर के नेतृत्व में पहुंची पुलिस फोर्स ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन बात बिगड़ गई। आक्रोशित भीड़ ने खजनी मोड़ पर हरैया के पास पहले जाम लगाया, फिर नौसढ़ चौराहे पर पहुंचकर हंगामा मचाया। कुछ ग्रामीणों ने एक बस में तोड़फोड़ भी की। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने।
पुलिस ने जब शव हटाने का प्रयास किया, तो धक्कामुक्की शुरू हो गई। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस वैन पर ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। वैन के अंदर छिपे पुलिसकर्मी खुद को बचाने की कोशिश करते नजर आए। एक वीडियो में साफ दिख रहा है कि भीड़ ने वैन का आगे का शीशा तोड़ दिया और अंदर बैठे जवानों पर पत्थर फेंके।
इसी पथराव में एक महिला सिपाही को सिर पर चोट लगी, जिससे उनका सिर फट गया। चार अन्य पुलिसकर्मी, जिनमें एक दरोगा भी शामिल हैं, मामूली रूप से घायल हुए। घायलों को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां महिला सिपाही की हालत गंभीर बताई जा रही है।
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पुलिस ने स्थिति को शांत करने के लिए भारी बल का इस्तेमाल किया। आखिरकार, एसएसपी राज करन नय्यर के हस्तक्षेप के बाद ग्रामीणों को आरोपी रोशन चौहान समेत सभी नामजद हमलावरों की गिरफ्तारी और न्याय का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया गया।
पुलिस ने पहले ही हमलावरों के खिलाफ हत्या का प्रयास का केस दर्ज कर लिया था, लेकिन मौत के बाद इसे हत्या में परिवर्तित कर दिया गया है। अब रोशन चौहान और उसके तीन साथियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुरानी रंजिशों को सुलझाने के लिए प्रशासन को पहले सक्रिय होना चाहिए। एक ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "हनुमान एक सज्जन व्यक्ति था। उसके परिवार को न्याय मिलना चाहिए, वरना गांव में तनाव बढ़ेगा।" दूसरी ओर, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद सभी आरोपी गिरफ्तार होंगे और सख्त कार्रवाई होगी।
इस बवाल से नौसढ़ क्षेत्र में यातायात बुरी तरह प्रभावित रहा। कई घंटों तक सड़कें जाम रहीं, जिससे लोगों को परेशानी हुई। जिला प्रशासन ने गांव में पीएसी तैनात कर दी है ताकि शांति बनी रहे। मृतक हनुमान के अंतिम संस्कार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए अतिरिक्त फोर्स लगाई गई।