

गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र के रामपुर पांडेय में गुरुवार सुबह एक व्यवसायी की दुकान में भीषण आग लग गई। आग ने विकराल रूप धारण कर लिया, जिसमें लाखों रुपये का सामान जलकर खाक हो गया।
गोरखपुर में भीषण अग्निकांड
गोरखपुर: गोरखपुर जनपद के खजनी थाना क्षेत्र के रामपुर पांडेय में गुरुवार सुबह करीब 4 बजे एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। जहां किराना और इलेक्ट्रिक सामान के बड़े व्यवसायी रमेश मौर्य की दुकान में शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। जिसके चलते सब कुछ जलकर खाक हो गया।
डाइनामाइट न्यूज संवादाता अनुसार देखते ही देखते उनकी मेहनत की कमाई और सपनों का आशियाना राख में तब्दील हो गया। वहीं अनुमानित 40 से 50 लाख रुपये का सामान आग की लपटों में स्वाहा हो गया है। रात करीब 3 बजे शुरू हुई इस आग ने सुबह 7 बजे तक विकराल रूप धारण कर लिया।
घटनास्थल पर चार दमकल की गाड़ियां पहुंची
बता दें कि स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची खजनी थाना पुलिस और चार दमकल गाड़ियों ने आग पर काबू पाने की जी-तोड़ कोशिश की, लेकिन लपटें और धुआं थमने का नाम नहीं ले रहा था। ग्रामीणों और फायर ब्रिगेड की अथक मेहनत और चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक सब कुछ जलकर खाक हो चुका था।
गोरखपुर के खजनी में गुरुवार सुबह किराना और इलेक्ट्रिक सामान की दुकान में शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। जिसमें अनुमानित 30 से 40 लाख रुपये का सामान आग की लपटों में जलकर राख हो गया। देखिए मौके से डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता शत्रुघ्न मणि त्रिपाठी की ये रिपोर्ट #Gorakhpur… pic.twitter.com/TFfZQwtunr
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) June 26, 2025
घटना पर दुकान मालिक का बयान
घटना के बाद दुकान के मालिक रमेश मौर्य का रो-रोकर बुरा हाल है। बिलखते हुए उन्होंने बताया कि हमारी जिंदगी भर की कमाई इस दुकान में थी। सब कुछ जल गया, अब हम पूरी तरह बर्बाद हो गए। बता दें कि रामपुर बाजार की सबसे बड़ी दुकानों में से एक थी रमेश मौर्य की दुकान। और क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र थी, जिसके जलने से पूरे इलाके में शोक की लहर है।
आग बुझाने में स्थानीय लोगों ने भी मदद
खजनी थानाध्यक्ष अनूप सिंह के नेतृत्व में पुलिस और फायर ब्रिगेड ने तत्परता दिखाई, लेकिन आग की तीव्रता के आगे सारी कोशिशें नाकाफी साबित हुईं। ग्रामीणों ने भी आग बुझाने में सहयोग किया, लेकिन नुकसान को रोक पाना मुश्किल था। यह हादसा न केवल रमेश मौर्य के लिए, बल्कि पूरे रामपुर पांडेय के लिए एक बड़ा झटका है।
अब सवाल उठता है कि क्या प्रशासन और समाज इस बर्बादी से उबरने में रमेश और उनके परिवार का साथ देगा? यह मर्मस्पर्शी घटना हर किसी के दिल को झकझोर दिया है।