Barabanki में स्कूली वाहनों की अनियमितता पर बड़ी कार्रवाई, कई वाहन सीज, स्कूल को चेतावनी

स्कूली बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए परिवहन विभाग ने गुरुवार को एक बड़ा कदम उठाया। स्कूल वाहनों की अनियमितता को लेकर चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत लखनऊ पब्लिक स्कूल, असैनी मोड़ में औचक निरीक्षण किया गया।

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 3 July 2025, 6:23 PM IST
google-preferred

Barabanki:  स्कूली बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए परिवहन विभाग ने गुरुवार को एक बड़ा कदम उठाया। स्कूल वाहनों की अनियमितता को लेकर चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत लखनऊ पब्लिक स्कूल, असैनी मोड़ में औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान सुरक्षा मानकों को ताक पर रखने वाले वाहनों पर कार्रवाई की गई और तीन वाहनों को सीज कर थाने भेजा गया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, जिला प्रशासन के निर्देश पर चल रहे इस अभियान की अगुवाई सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन/प्रवर्तन) अंकिता शुक्ला कर रही हैं। उनके साथ यात्री/मालकर अधिकारी रविचंद्र त्यागी, संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) बलवंत सिंह यादव और यातायात प्रभारी रामयतन यादव की संयुक्त टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया।

जांच में सामने आईं गंभीर खामियां

जांच टीम ने स्कूल परिसर में खड़े सभी स्कूली वाहनों की गहन जांच की। इस दौरान दो वाहन बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के पाए गए, जबकि एक प्राइवेट वाहन अनधिकृत रूप से स्कूली बच्चों को ढोते हुए पकड़ा गया। तीनों वाहनों को तत्काल प्रभाव से मोहम्मदपुर चौकी में निरुद्ध कर दिया गया।

इसके अतिरिक्त, एक स्कूल बस में क्षमता से अधिक छात्र सवार पाए गए। इस पर एआरटीओ अंकिता शुक्ला ने विद्यालय प्रबंधन को कड़ी चेतावनी दी और यह निर्देश दिया कि बच्चों को किसी सुरक्षित वैकल्पिक वाहन से घर भेजा जाए।

बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि: 15 जुलाई तक चलेगा विशेष अभियान

आपको बता दें कि जिलाधिकारी के निर्देश पर 15 जुलाई तक जिले के विभिन्न विद्यालयों में स्कूली वाहनों की जांच का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य है यह सुनिश्चित करना कि किसी भी कीमत पर छात्रों की सुरक्षा से समझौता न हो।

एआरटीओ अंकिता शुक्ला ने कहा, "बच्चों की सुरक्षा के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी वाहन बिना आवश्यक दस्तावेजों, फिटनेस या क्षमता से अधिक लोड के साथ मिलेगा, उस पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।"

क्या थे मुख्य उल्लंघन?

दो वाहन बिना फिटनेस प्रमाणपत्र के संचालित हो रहे थे। एक प्राइवेट वाहन स्कूल वैन की तरह चलाया जा रहा था, जिसके पास कोई अनुमति नहीं थी। एक बस में क्षमता से अधिक छात्र बैठे पाए गए।

विद्यालयों को दी गई हिदायत

टीम ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि विद्यालय प्रबंधन ने नियमों का पालन नहीं किया, तो उनके खिलाफ भी संचालन स्तर पर कार्रवाई की जा सकती है। स्कूलों को निर्देशित किया गया है कि वे केवल फिट, बीमित और प्राधिकृत चालकों द्वारा संचालित वाहन ही प्रयोग में लाएं।

Location : 

Published :