

कोल्हुई तिराहे पर जर्जर हाइटेंशन तारों की वजह से लोगों की जान खतरे में है। पिछले एक हफ्ते के अंदर दो बार हाइटेंशन तार गिरने की घटनाएं सामने आई हैं, जिसने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी है।
बिजली विभाग
कोल्हुई(महराजगंज): कोल्हुई तिराहे पर जर्जर हाइटेंशन तारों की वजह से लोगों की जान खतरे में है। पिछले एक हफ्ते के अंदर दो बार हाइटेंशन तार गिरने की घटनाएं सामने आई हैं, जिसने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी है। बिजली विभाग की लापरवाही और समय पर रखरखाव न होने के कारण यह समस्या गंभीर होती जा रही है। प्रश्न उठता है कि आखिर कब तक लोग इस खतरे के साये में जीने को मजबूर रहेंगे?
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, पहली घटना तीन दिन पहले कोल्हुई तिराहे पर पीडब्ल्यूडी गेट के सामने हुई, जब एक हाइटेंशन तार अचानक टूटकर गिर गया। गनीमत रही कि उस समय कोई व्यक्ति तार की चपेट में नहीं आया, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। स्थानीय लोगों ने तुरंत बिजली विभाग को सूचित किया, जिसके बाद बिजली आपूर्ति काटी गई और कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर तार को ठीक किया। लेकिन यह महज अस्थायी समाधान था, क्योंकि जर्जर तारों को बदलने की कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
इसके बाद बुधवार रात को एक और घटना ने लोगों की चिंता बढ़ा दी। इस बार पशु अस्पताल के पास हाइटेंशन तार टूटकर गिर गया। रात के समय हुई इस घटना ने आसपास के लोगों में भय पैदा कर दिया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बिजली विभाग की उदासीनता के कारण ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं। लोगों ने मांग की है कि जर्जर तारों को तत्काल बदला जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नियमित रखरखाव सुनिश्चित किया जाए।
बिजली विभाग की लापरवाही न केवल कोल्हुई तिराहे बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी खतरे का सबब बन रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो बड़ा हादसा होना तय है। बिजली विभाग को चाहिए कि वह तत्काल जर्जर तारों को बदलने और क्षेत्र में बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ठोस कदम उठाए। इस मामले की जानकारी के लिए जब कोल्हुई विद्युत उपकेंद्र पर तैनात जेई राकेश कुमार को फोन किया गया तो उनका फोन नहीं रिसीव किया।