

बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नए पुलिस महानिदेशक (DGP) के रूप में राजीव कृष्ण की नियुक्ति के बाद बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर लगातार तीन पोस्ट करते हुए यूपी में बढ़ते अपराध और बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर गहरी चिंता जाहिर की है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, मायावती ने राज्य में सक्रिय आपराधिक और सामंती ताकतों की ओर इशारा करते हुए कहा कि यूपी समेत कई राज्यों में ऐसे तत्वों का दबदबा बढ़ता जा रहा है, जिससे जातिगत और सांप्रदायिक तनाव, हिंसा और अन्याय जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। उन्होंने कहा कि ये घटनाएं दर्शाती हैं कि प्रदेश में कानून का शासन प्रभावी ढंग से लागू नहीं हो पा रहा है। उन्होंने नए डीजीपी राजीव कृष्ण की नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि वर्तमान हालात में पुलिस प्रमुख के सामने कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने और सभी वर्गों के लोगों को न्याय दिलाने की बड़ी जिम्मेदारी है। बसपा प्रमुख ने सरकार से इस दिशा में गंभीरता से काम करने और पुलिस प्रशासन को सक्रिय सहयोग देने की अपील की है।
गौरतलब है कि इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी नए डीजीपी को लेकर सवाल उठा चुके हैं। अब मायावती की इन तीखी टिप्पणियों से योगी सरकार पर राजनीतिक दबाव और बढ़ गया है
यूपी में कानून का राज स्थापित करने में राज्य सरकार और सत्ताधारी दल के लोगों को भी हर तरह के सहयोग और सक्रियता की जरूरत है। तीसरी पोस्ट में मायावती ने यूपी की प्रगति पर सवाल उठाते हुए कहा कि वैसे भी भारत के बहुआयामी विकास और इसकी विशाल आबादी की समग्र प्रगति में यूपी को देश की प्रगति की रीढ़ बनना चाहिए, लेकिन इसके ग्रोथ इंजन के रूप में उभरने के बजाय ज्यादातर अपराध नियंत्रण और खराब कानून व्यवस्था को लेकर नकारात्मक चर्चाओं में बने रहना क्या जनता और देश के हित में सही है?
डीजीपी राजीव कृष्ण की नियुक्ति 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्ण को शनिवार को यूपी पुलिस का कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया गया है। इससे पहले वह डीजी विजिलेंस और पुलिस भर्ती बोर्ड के चेयरमैन के पद पर तैनात थे। राजीव कृष्ण अपराध नियंत्रण और हाईटेक पुलिसिंग में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं।
यहां आपको बता दें कि मायावती समय-समय पर घटनाओं पर टिप्पणी कर योगी सरकार और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती रही हैं। चूंकि अब यूपी में पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है, इसलिए मायावती के इस तेवर को भी उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।