

एक सप्ताह के अंदर कैब लूटकर उसके चालक की नृशंस हत्या करने वाले डेढ़ लाख के इनामी बदमाश को रविवार की देर रात पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। पुलिस को देखकर बदमाश ने फायरिंग की थी।
एनकाउंटर में बदमाश ढेर
Lucknow: दो जिलों में एक सप्ताह के अंदर कैब लूटकर उसके चालक की नृशंस हत्या करने वाले डेढ़ लाख के इनामी बदमाश को रविवार की देर रात पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। पुलिस को देखकर बदमाश ने फायरिंग की थी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की ओर से बदमाश के सीने में तीन गोलियां लगी, जिससे वह जमीन पर गिर गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गुरुसेवक के साथ उसके साथी अजय और विकास कनौजिया भी शामिल था। शुक्रवार की देर रात पुलिस ने अजय सिंह को एनकाउंटर में गिरफ्तार कर चुकी है।
आगरा एक्सप्रेस-वे पर एनकाउंटर में मारे गए बदमाश गुरुसेवक कई जिलों में वांछित चल रहा था। 29 सितंबर को बुद्धेश्वर वादरखेड़ा में रहने ओला कैब चालक योगेश की गाड़ी सीतापुर के लिए बुक की थी। रास्ते में विकास कार से उतर गया, जबकि अजय, गुरुसेवक व एक अन्य ने योगेश को कार में पीटा, बंधक बना लिया। गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। सिर पर भारी वस्तु से प्रहार किया। इसके बाद चेहरे पर टेप लपेट कर शव सीतापुर के पिसावां में झाड़ियों में फेंक दिया और कार व मोबाइल लूटकर फरार हो गए थे।
पुलिस उपायुक्त पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव के मुताबिक मुठभेड़ में मारा गया बदमाश गुरु सेवक शाहजहांपुर का रहने वाला है। मुखबिर को इनपुट मिला था कि गुरुसेवक दूसरे राज्य में कार बेचने जा रहा है। उसके बाद आगरा एक्सप्रेसवे पर जीरो प्वाइंट ढाबे के पास पुलिस और क्राइम टीम को लगा दिया गया। संदिग्ध कार आते दिखी तो पुलिस टीम ने उसे रोकने का प्रयास किया। इस पर बदमाश ने रफ्तार बढ़ा दी। पुलिस ने घेराबंदी की तो वह फायरिंग करने लगा। पुलिस की जवाबी फायरिंग में उसे गोली लगी। बदमाश की फायरिंग में इंस्पेक्टर शिवानंद मिश्रा और दरोगा अतुल की बुलेट प्रूफ जैकेट पर गोली लगी। दोनों सकुशल हैं। पुलिस की जवाबी फायरिंग में गुरुसेवक घायल हो गया। उसे रानी लक्ष्मी बाई अस्पताल ले जाया गया। वहां से ट्रॉमा भेज दिया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
गिरोह के सरगना गुरुसेवक के साथ बदमाश अजय और विकास कनौजिया समेत एक और ने 29 सितंबर को बुद्धेश्वर वादरखेड़ा में रहने ओला कैब चालक योगेश की गाड़ी सीतापुर के लिए बुक की थी। रास्ते में विकास कार से उतर गया, जबकि अजय, गुरुसेवक व एक अन्य ने योगेश को कार में पीटा, बंधक बना लिया। गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। सिर पर भारी वस्तु से प्रहार किया। इसके बाद चेहरे पर टेप लपेट कर शव सीतापुर के पिसावां में झाड़ियों में फेंक दिया और कार व मोबाइल लूटकर फरार हो गए थे।