

महराजगंज जनपद के मोहनापुर में निर्माणाधीन पुल गिरने के मामले में घटना का किसे दोषी मान रहे ग्रामीण जानने के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
मलबे की सफाई के लिए लगी मशीनें
महराजगंज: जिले में सोमवार की रात मोहनपुर में एक बड़ा हादसा हुआ था, जहां एक निर्माणाधीन पुल की छत भरभराकर गिर गई थी। इस हादसे में आधा दर्जन से ज्यादा मजदूर घायल हो गए थे। घटना के 24 घण्टे बाद भी दोषियों पर अब तक कोई कारवाई नहीं होने से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश हैं।
सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर इस हादसे के लिये कौन जिम्मेदार है और क्या दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी?
स्थानीय लोगों ने पुल निर्माण की गुणवत्ता को लेकर गंभीर आरोप लगाए है। उनका कहना है कि पुल के फाउंडेशन सही तरीके से नहीं बनाया गया था, जिसके कारण ये भीषण हादसा हुआ है। लोगों का कहना है कि निर्माण को लेकर पहले से दबे मुंह लोग शिकायतें कर रहे थे लेकिन कार्यदायी संस्था ने कोई ध्यान नहीं दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता एक अनुसार गोरखपुर-सोनौली हाईवे पर जगह जगह पुल का निर्माण हो रहा, इसी क्रम में महराजगंज के पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के मोहनापुर में पुल का निर्माण कार्य चल रहा था। सोमवार की रात निर्मणाधीन पुल की छत लग रही थी रात के 11 बजे के करीब अचानक छत भर भराकर गिर गई जिसमे कार्य कर रहे छह मजदूर घायल हो गए।
स्थानीय मोहनापुर निवासी पूर्व प्रधान सुबराती ने बताया की घटना के बाद ही तुरंत वो मौके पर पहुंचे तो देखे की चीख पुकार मचा हुआ था, घायलो को एंबुलेंस की सहायता से लाद कर अस्प्ताल ले जाया जा रहा था।
स्थानीय लोगों का आरोप
स्थानीय ग्रामीण सुबराती, सैयद अली, श्रीकृष्ण यादव, तबारक, पुजारी आदि ने आरोप लगाया कि फाउंडेशन में गड़बड़ी थी जिसकी वजह से लोड पड़ने पर ठोक टूट गया और छत भरभराकर गिर गई।
उन्होंने कहा अगर कही दिन के समय हादसा होता तो बड़ी जनहानि हो सकती थी। ग्रामीणों ने कहा की पुल बनने के पहले ही गिर गया जो एक बड़ी लापरवाही दर्शाती है। स्थानीय ग्रामीण घटना का दोषी कार्यदायी संस्था को मान रहे है और जिम्मेदारों पर मुकदमा दर्ज कर सख्त कारवाई की मांग की हैं।
मलबे की जल्दबाजी में सफाई
घटना के तुरंत बाद ही जल्दबाजी में दो दो पोकलेन मशीन लगाकर मलबे की सफाई करा दी गई, ताकि जांच में कोई सबूत न मिलने पाए।