

जिले में एक बार फिर शव वाहन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। अभी बाइक से शव ले जाने का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि अब नगर पालिका परिषद भरवारी में कूड़ा गाड़ी से शव ले जाकर दाह संस्कार किए जाने का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस घटना के बाद ब्राह्मण समाज सहित तमाम लोगों में आक्रोश है और नगर पालिका प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
कूड़ा गाड़ी से ले जाते महिला का शव
Kaushambi: कौशाम्बी जिले में एक बार फिर शव वाहन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। अभी बाइक से शव ले जाने का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि अब नगर पालिका परिषद भरवारी में कूड़ा गाड़ी से शव ले जाकर दाह संस्कार किए जाने का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस घटना के बाद ब्राह्मण समाज सहित तमाम लोगों में आक्रोश है और नगर पालिका प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
मामला नगर पालिका परिषद भरवारी का है, जहां शनिवार को कर्मचारी शुभम मिश्रा की मां का निधन हो गया था। परिजन जब शव वाहन मांगने नगर पालिका पहुंचे तो बताया गया कि दोनों शव वाहन कहीं और उपयोग में हैं। ऐसे में शव को श्मशान घाट तक ले जाने के लिए नगर पालिका की ओर से कूड़ा ढोने वाली गाड़ी भेज दी गई। इसी गाड़ी में शव को रखकर परिजन संदीपन घाट स्थित श्मशान पहुंचे। सोशल मीडिया पर कूड़ा गाड़ी में शव ले जाते हुए फोटो और वीडियो वायरल होने के बाद पूरे क्षेत्र में नाराजगी फैल गई है।
हिंदू रक्षा समिति के जिला संयोजक वेद प्रकाश पांडे ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि नगर पालिका ईओ और कर्मचारी अमानवीय और भ्रष्ट हो गए हैं, जिन्होंने एक महिला के शव को कूड़ा गाड़ी से भेजकर समाज की भावना आहत की है। उन्होंने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
वहीं ईओ राम सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि उनके पास दो शव वाहन हैं और कूड़ा गाड़ी भेजने की जानकारी उन्हें नहीं है। उन्होंने दावा किया कि मृत महिला के पुत्र शुभम मिश्रा नगर पालिका कर्मचारी हैं और कूड़ा गाड़ी से शव ले जाना उन्हीं का निर्णय था, इसमें प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग की कोई लापरवाही नहीं है।
मामले पर एडीएम वित्त एवं राजस्व शालिनी प्रभाकर ने कहा कि यह घटना गलत है। वह ईओ से बात करेंगी और इस संबंध में जांच कर कार्रवाई की जाएगी।