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जिले के मंझनपुर में खुले नाले ने 2 वर्षीय मासूम की जान ले ली। नगर पालिका की लापरवाही से हुई इस दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। स्थानीय लोग प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए खुले नालों को तत्काल ढकने और जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
नाले में गिरकर बच्ची की मौत
Kaushambi: मंझनपुर नगर पालिका क्षेत्र में हुए एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। खुले नाले में गिरकर दो वर्षीय मासूम बच्ची की मौत हो गई। हादसे के बाद से ही स्थानीय लोग नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ जमकर नाराजगी जता रहे हैं। लोगों का कहना है कि लगातार चेतावनी और शिकायतों के बावजूद नगरपालिका ने इस खतरनाक नाले को बंद करने की कोई कोशिश नहीं की, जिसका खामियाजा अब एक मासूम की जान के रूप में चुकाना पड़ा।
खेलते-खेलते नाले में गिरी बच्ची
मृत बच्ची मंझनपुर कस्बे के एक मोहल्ले में रहती थी। सोमवार दोपहर वह अपने घर के बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते अचानक उसका पैर फिसला और वह घर के सामने बने खुले नाले में जा गिरी। कुछ ही मिनटों बाद जब बच्ची की मां ने उसे आसपास नहीं देखा तो उसने खोजबीन शुरू की। खोजते हुए जब उसने नाले में झांका तो वहां बच्ची बेहोश पड़ी मिली।
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मां-बाप का रोते-रोते हुए बुरा हाल
परिजनों ने तुरंत उसे मंझनपुर मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्ची को मृत घोषित कर दिया। मासूम की मौत की खबर से पूरे परिवार में कोहराम मच गया। मां का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं पिता वसीम, जो मुंबई में मजदूरी करते हैं, को जब बेटी की मौत की खबर मिली तो वे टूट गए।
नगरपालिका के कर्मचारियों की वजह से मौत
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह नाला पहले कवर्ड था, लेकिन कुछ महीने पहले सफाई के दौरान नगरपालिका ने इसे खुला छोड़ दिया था। तब से ही क्षेत्र के लोग हादसों के डर में जी रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही एक 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला इसी नाले में गिर गई थीं, जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से बचा लिया गया था। इसके बाद भी प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया।
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लोगों में गुस्सा
इलाके के लोगों ने बताया कि कई बार नगर पालिका को शिकायत की गई कि खुले नालों पर ढक्कन लगाए जाएं, लेकिन उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया। अब इस घटना ने नगर पालिका की लापरवाही की पोल खोल दी है। स्थानीय निवासी रईस अहमद ने बताया, “हमने बार-बार अधिकारियों को कहा कि ये नाला बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरा है, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज एक मासूम की जान चली गई। अगर प्रशासन पहले ही कदम उठाता तो यह हादसा टल सकता था।”