

कानपुर देहात में सन् 1855 में बने नहर पुल पर बड़ी लापरवाही देखने को मिली है, जहां रात के समय भारी वाहन बिना रोक-टोक के गुजर रहे हैं। इस मामले में पुलिस की भी बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। पढ़िये क्या है पूरा मामला
नहर पुल से गुजरता भारी वाहन
कानपुर देहात: कानपुर देहात के कस्बा झींझक में ब्रिटिश हुकूमत सन् 1855 में नहर पुल का निर्माण हुआ था, जो कि अब करीब 170 वर्ष पुराना हो चुका है। नहर पुल में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ चुकी हैं, जिसकी खबर को मीडिया ने प्रमुखता से प्रसारित किया था। जिसके बाद, तत्कालीन जिलाधिकारी नेहा जैन ने नहर पुल से गुजरने वाले भारी वाहनों पर रोक लगा दी थी। हालांकि दूसरे नहर पुल का निर्माण कराया जा रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफार्म पर एक यूजर ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा "अंग्रेज शासन में बना झींझक का नहर पुल गजब का मजाक करता है। यूजर ने आगे लिखा कि नहर पुल दिन में जर्जर हो जाता है और रात में शक्तिशाली... रात में खूब भारी वाहन निकल सकते हैं...कोई रोक नहीं कोई टोक नहीं और कोई कार्रवाई नहीं... मंगलपुर थाना क्षेत्र का कस्बा झींझक! "
वीडियो पर पुलिस ने दिया जवाब
इस वीडियो पर कानपुर पुलिस के द्वारा प्लेटफॉर्म एक्स पर जवाब आया कि "क्षेत्राधिकारी डेरापुर को प्रकरण को तत्काल संज्ञान में लेकर आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है।" बहरहाल सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर पुलिस की मिलीभगत उजागर हो गई और अब अधिकारी कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।
सवालों के घेरे में मंगलपुर पुलिस
गौरतलब है कि वर्ष 2022 में विशेषज्ञों के पैनल ने अपनी जांच में माल वाहक वाहनों के गुजरने से हादसे की आशंका जताई थी और इस पर तत्कालीन जिलाधिकारी नेहा जैन ने इस जर्जर नहर पुल से माल वाहकों की नो इंट्री घोषित कर दी थी। इसके बावजूद, मंगलवार और बुधवार की रात से भारी वाहन धड़ल्ले से जर्जर नहर पुल से निकाले जा रहे हैं।
स्थानीय पुलिस को सख्त आदेश दिए गए हैं कि कोई भी भारी वाहन जर्जर नहर पुल से नहीं निकलेगा और इसके लिए यहां पर पुलिस कर्मी की ड्यूटी लगाई जाती है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या जिलाधिकारी के आदेश को नहीं मानती मंगलपुर पुलिस? क्या पुलिस किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही है? क्योंकि सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया गया और पुलिस की लापरवाही उजागर हो गई। अब देखना होगा जिले के अधिकारी इस मामले में क्या कार्रवाई करेंगे?