

उत्तर प्रदेश के झांसी से शनिवार एक दुखद घटना सामने आयी है। एक किसान करंट की चपेट में आ गया। परिजनों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया।
करंट की चपेट में आया किसान
Jhansi: उत्तर प्रदेश के झांसी से शनिवार को एक दुखद घटना सामने आयी है। हादसा मोठ कोतवाली इलाके में एक किसान की खेत पर करंट लगने से मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। घटना से गांव में कोहराम मचा हुआ है।
हादसा मोठ कोतवाली इलाके के ग्राम भुजौंद में हुआ। घटना शुक्रवार की सुबह की है। बिजली के करंट से मरने वाले किसान की पहचान बीरेंद्र (45) के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार मृतक बीरेंद्र रोज की तरह खेत पर पानी लगाने गया था लेकिन खेत में फैले करंट जड़ित तारों की चपेट में आ गया। जिससे उसकी मौत हो गई। इस बीच किसान का परिवार जब खाना लेकर खेत में पहुँचा, तो किसान विद्युत केबल में उलझा पड़ा मिला।
यह मंजर देख परिजनों की चीख-पुकार मच गई। शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठे हुए। सूचना पर गांव के लोग खेतों की ओर दौड़े। किसान को आनन-फानन अस्पताल ले जाया गया। लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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सूचना मिलते ही पुलिस और तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे। घटना से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। मृतक के परिवार में पत्नी और बच्चे हैं।
ग्रामीणों के अनुसार खेतों के ऊपर से गुजर रहे बिजली के तार काफी पुराने और जर्जर हालत में थे जिससे किसान के साथ हादसा हुआ। घटना को लेकर ग्रामीणों में विद्युत विभाग के खिलाफ रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने लापरवाह विद्युत विभाग के कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। सवाल ये है कि आखिर खेतों में ऐसी मौतों का जिम्मेदार कौन है? किसान की जिंदगी से ज्यादा सस्ती हो चुकी है बिजली की लापरवाही?
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तहसीलदार ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि किसान की करंट की चपेट में आने से मौत की खबर मिली। उन्होंने आश्वासन दिया कि शासन स्तर से हर संभव मदद दिलाई जाएगी।
उन्होंने प्रशासन से इन तारों की मरम्मत की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि समय रहते इन तारों की मरम्मत से भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।