

मैनपुरी जिले के एलाव थाना क्षेत्र में पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में एक लाख रुपये के इनामी बदमाश जीतू ठाकुर को मुठभेड़ में मार गिराया गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
इनामी अपराधी को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया (सोर्स-इंटरनेट)
हाथरस : 29 अप्रैल को सुबह करीब 3 बजे मैनपुरी जिले के एलाव थाना क्षेत्र में पुलिस और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की संयुक्त कार्रवाई में हाथरस का एक लाख रुपये के इनामी बदमाश जीतू ठाकुर को मुठभेड़ में मार गिराया गया। यह मुठभेड़ तारापुर से दिलखर रोड पर हुई। मारा गया बदमाश जीतू ठाकुर उर्फ जितेंद्र मुरली सिंह का बेटा था और मूल रूप से हाथरस जिले के हाथरस जंक्शन थाना क्षेत्र के पहाड़पुर गांव का रहने वाला था।
ऐसे पकड़ा गया अपराधी
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस मुठभेड़ को लेकर मैनपुरी और हाथरस दोनों जिलों की पुलिस में खासी सक्रियता रही। जैसे ही मैनपुरी पुलिस को इनपुट मिला कि अपराधी जीतू ठाकुर इस इलाके में छिपा है, एलाव थाने की पुलिस ने एसटीएफ के साथ मिलकर इलाके को घेर लिया। जीतू ने सरेंडर करने की बजाय पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में वह पुलिस की गोली से घायल हो गया और अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।
क्या है मामला
यह मामला तब और संवेदनशील हो गया जब 13 जून 2024 को राशन डीलर योगेश उपाध्याय का खून से लथपथ शव हाथरस जंक्शन के धौरपुर ओवरब्रिज के नीचे मिला था। शव की हालत देखकर साफ लग रहा था कि हत्या बेहद बेरहमी से की गई थी। शुरुआती जांच में पता चला कि आपसी रंजिश और प्रधानी की राजनीति के चलते हत्या की गई थी। इस हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई थी और पुलिस पर अपराधियों की गिरफ्तारी का दबाव भी बढ़ गया था।
फरार चल रहा था अपराधी
पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए छह नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था। हालांकि मुख्य आरोपी जीतू ठाकुर फरार था और उसे गिरफ्तार करने के लिए प्रशासन पर राजनीतिक दबाव था। इस बीच पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया था और उसके घर की कुर्की की कार्रवाई भी की गई थी।
परिजनों ने कई बार किए थे प्रदर्शन
इस हत्याकांड को लेकर स्थानीय लोगों और मृतक के परिजनों ने कई बार प्रदर्शन किया था और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। प्रशासन के लिए यह मामला प्रतिष्ठा का विषय बन गया था। आखिरकार मैनपुरी में हुई इस कार्रवाई के बाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।
आरोपी के खिलाफ दर्ज थे काफी मुकदमे
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जीतू ठाकुर पर दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय था। एसटीएफ लंबे समय से उसकी गिरफ्तारी के लिए नजर रख रही थी। सोमवार तड़के जब पुलिस ने उसे घेरकर सरेंडर करने का मौका दिया तो उसने पुलिस पर हमला कर दिया, जिससे मुठभेड़ हो गई।