

आज जनसत्ता दल प्रदेश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जिसके पास दो विधायक और एक एमएलसी है और यह बिना किसी राजनीतिक गठजोड़ के संभव हुआ है।
अक्षय प्रताप सिंह का स्वागत करते पार्टी के पदाधिकारी
2027 के विधानसभा चुनावों को लक्ष्य बनाते हुए जनसत्ता दल लोकतांत्रिक ने संगठन को जमीनी स्तर पर और मजबूत करने के लिए कमर कस ली है। इसी क्रम में शुक्रवार को बाराबंकी स्थित पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद और नेता सदन कुंवर अक्षय प्रताप सिंह 'गोपाल जी' ने की।
गोपाल जी ने दिया जीत का मंत्र
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गोपाल जी ने कहा, "जनसत्ता दल का भविष्य उज्ज्वल है। यदि कार्यकर्ता अभी से जुट जाएं, तो 2027 में हम निर्णायक भूमिका में होंगे। हमें हर गांव, हर बूथ तक पहुंचकर लोगों का भरोसा जीतना है।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पंचायत चुनावों में पार्टी अपने प्रत्याशी पूरे दमखम से उतारेगी, जिससे संगठन को ब्लॉक और जिला स्तर पर मजबूती मिलेगी।
राजा भइया की लोकप्रियता पार्टी की ताकत
बैठक में उपस्थित प्रदेश प्रधान महासचिव डॉ. बृजेश सिंह राजावत ने पार्टी प्रमुख कुंवर रघुराज प्रताप सिंह 'राजा भइया' की लोकप्रियता और जनसेवा के 32 वर्षों के इतिहास को याद करते हुए कहा, "राजा भइया एकमात्र ऐसे नेता हैं जिन्होंने सात बार एक ही सीट से चुनाव जीतकर इतिहास रचा है, वो भी बिना किसी पार्टी गठबंधन के। उन्होंने राजनीति को सेवा का माध्यम बनाया है। हमें उनके पदचिन्हों पर चलकर पार्टी को प्रदेश में और ऊंचाई तक ले जाना है।"
बैठक में मौजूद रहे प्रमुख चेहरे
बैठक में जिला, मंडल और प्रकोष्ठ स्तर के कई पदाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। इनमें प्रमुख नाम शामिल हैं। जिलाध्यक्ष कुंवर भूपेंद्र सिंह बाबी, मीडिया प्रभारी प्रमोद सिंह राठौड़, कोषाध्यक्ष प्रदीप जायसवाल, छात्र प्रकोष्ठ अध्यक्ष आदित्य नारायण जायसवाल, जिला सचिव (छात्र प्रकोष्ठ) अर्पित सिंह, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रधान महासचिव इम्तियाज अहमद, उपाध्यक्ष मोहम्मद आकिब कैफ और जिला महासचिव महफूज अली समेत भारी संख्या में युवा और महिलाएं इस बैठक में पहुंची।
कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह
बैठक में शामिल कार्यकर्ताओं में आगामी चुनावों को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। मंच से जो भी वक्ता बोले, उन्होंने जनसत्ता दल को जनसेवा का वाहक बताते हुए उसे एक नयी राजनीतिक धारा का प्रतीक बताया। बाराबंकी में हुई यह समीक्षा बैठक केवल संगठन की रणनीतिक तैयारी नहीं थी, बल्कि यह संदेश भी था कि जनसत्ता दल अब स्थानीय चुनावों से लेकर विधानसभा तक गंभीर दावेदारी पेश करेगा। गोपाल जी और प्रदेश नेतृत्व के मार्गदर्शन में पार्टी ने 2027 को लक्ष्य बनाकर काम शुरू कर दिया है।