

गोरखपुर-खजनी मार्ग पर स्थित जैतपुर अंडरपास की खस्ताहाल हालत ने राहगीरों और वाहन चालकों के लिए गंभीर खतरा खड़ा कर दिया है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से त्वरित मरम्मत की मांग की है। बारिश के मौसम में स्थिति और भी गंभीर हो जाती है, क्योंकि पानी भरने से गड्ढों की गहराई का अंदाजा नहीं लग पाता और लोग व वाहन फंस जाते हैं।
रास्ते में भरा बारिश का पानी
Gorakhpur: गोरखपुर-खजनी मार्ग पर स्थित जैतपुर अंडरपास की बदहाल स्थिति अब मौत को निमंत्रण दे रही है। इस मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढों ने न केवल स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, बल्कि बड़े वाहनों के आवागमन को भी जोखिम भरा बना दिया है। अंडरपास पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुका है, जिसके कारण आए दिन दुर्घटनाओं का खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिम्मेदार विभागों की लापरवाही और कच्चे कार्यों के चलते यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, जैतपुर क्षेत्र के निवासियों का कहना है कि अंडरपास की स्थिति इतनी दयनीय है कि पैदल राहगीरों से लेकर वाहन चालकों तक को हर कदम पर खतरा महसूस होता है। भारी वाहनों के आवागमन के कारण गड्ढे और गहरे हो रहे हैं, जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
स्थानीय लोगों ने उठाई मांग
स्थानीय निवासी अरविंद तिवारी, सुभाष चंद उपाध्याय, अखिलेश कुमार, अनिल कुमार, संजय कुमार सिंह सहित कई अन्य लोगों ने प्रशासन से तत्काल अंडरपास की मरम्मत की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो यहां बड़ा हादसा हो सकता है।
बारिश में हो रही परेशानी
राहगीरों का कहना है कि बारिश के मौसम में स्थिति और भयावह हो जाती है, क्योंकि गड्ढों में पानी भर जाता है, जिससे गहराई का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है। कई बार लोग और वाहन इन गड्ढों में फंस चुके हैं। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि जिम्मेदार विभाग केवल कागजी कार्यवाही तक सीमित हैं और मौके पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।
इस संबंध में स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन और संबंधित विभागों से तुरंत कदम उठाने की अपील की है। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते अंडरपास की मरम्मत और रखरखाव नहीं किया गया, तो यहां होने वाली किसी भी दुर्घटना की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। जनता की मांग है कि अंडरपास को दुरुस्त कर सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित किया जाए, ताकि लोगों का जीवन खतरे में न पड़े।