Jagannath Shobha Yatra: महराजगंज में धूमधाम से निकली भगवान जगन्नाथ की शोभायात्रा, जानिये कैसे भक्तिमय हुआ माहौल

महराजगंज के सिसवा विकासखंड प्राचीन जगन्नाथ मंदिर से गगनभेदी जयकारे के साथ भगवान जगन्नाथ की शोभायात्रा निकाली गई। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 27 June 2025, 5:56 PM IST
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महराजगंज: सिसवा विकासखंड क्षेत्र के ग्रामसभा बड़हरा महंथ में स्थापित प्राचीन जगन्नाथ मंदिर से गगनभेदी जयकारे के साथ श्रद्धालुओं ने रथयात्रा निकाली।और आसपास के गांवो का परिक्रमा किया। इस दौरान सुरक्षा के लिये प्रशासन पूरी तरह चाक चौबंद रही।

शुक्रवार को अपराह्न भगवान जगन्नाथ को रथ पर आसीन करने के पूर्व मठाधीश महंत संकर्षण दास रामानुज ने मंदिर के गर्भगृह में सर्वऔषधीय और गुलाबजल मिश्रित 108 घड़े के जल से भगवान को स्नान कराया। इसके बाद पूजा, आरती, छप्पन भोग, मंगल आरती के बाद पट को भक्तों के दर्शनार्थ खोला गया। मान्यता है कि भगवान दो सप्ताह के विश्राम के बाद आषाढ़ शुक्ल द्वितीया से अपने भक्तजनों को दर्शन देते हैं। नंदीघोष लकड़ी के रथ पर गगनभेदी नारे के बीच भगवान जगन्नाथ को विराजमान करने के साथ रथ यात्रा प्रारंभ की गई। श्रद्धालुओं ने भगवान जगन्नाथ के रथ को कंधों पर खींचना शुरू किया, जिसमें समूचा माहौल भक्तिमय हो गया।

इस अवसर पर अबीर-गुलाल उडाने के साथ रथयात्रा में शामिल महिलाएं मंगलगीत गा रही थीं। श्रद्धालु निशान पताका लेकर रथ के आगे चल रहे थे। क्षेत्र भ्रमण के बाद भगवान जगन्नाथ को पुनः मंदिर में लाकर विराजमान कराया गया। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर प्रभारी निरीक्षक कोठीभार धर्मेंद्र स़िह निचलौल, सिंदुरिया, भिटौली, थानों की पुलिस, महिला थाना पुलिस, फायर बिग्रेड सहित डेढ़ सेक्सन पीएसी तैनात रही।

इस दौरान पूर्व मंत्री मंत्री सुशील टिबेड़ेवाल, बृजेश पांडेय, सीमा अग्रवाल, अनुराधा अग्रवाल, एकता अग्रवाल अमरजीत, विनीत, रमाशकंर, ओम प्रकाश पाण्डेय, सुरेश तिवारी, राजेंद्र, विनय, मोहन साहनी, रामानंद सहानी सहित अन्य उपस्थित रहे।

शोभा यात्रा में पूर्व मंत्री सुशील कुमार टिबेड़ेवाल व अन्य

पूर्व मंत्री सुशील टिबेड़ेवाल ने माथा टेक लिया आशीर्वाद

सिसवा विकास खंड के ग्राम बड़हरा महंथ में स्थापित प्राचीन जगन्नाथ मंदिर पर पहुंचे पुर्व मंत्री सुशील टिवेडवाल ने जगन्नाथ भगवान का माथा टेक आशीवार्द लिए। और शोभायात्रा में शामिल होकर हिरनी नदी पहुंचे।

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