प्राणी उद्यान गोरखपुर में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस

प्राणि उद्यान गोरखपुर, जो कि गोरखपुर सहित पूरे पूर्वांचल में वन्य जीवों के संरक्षण के क्षेत्र में एक संगोष्ठी का आयोजन कर मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोरखपुर शहर के महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव रहे।

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 7 September 2025, 12:49 AM IST
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Gorakhpur: पूरा विश्व सितंबर माह के प्रथम शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस के रूप में मानता है, इसी के क्रम में प्राणि उद्यान गोरखपुर, जो कि गोरखपुर सहित पूरे पूर्वांचल में वन्य जीवों के संरक्षण के क्षेत्र में एक संगोष्ठी का आयोजन कर मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोरखपुर शहर के महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव रहे।

मुख्य अतिथि डॉ मंगलेश श्रीवास्तव ने औषधीयों के हो रहे प्रयोग के ऊपर विस्तृत से बात की और बताया कि दर्द निवारक दवाइयां जैसे कि डाइक्लोफिनेक नीमुस्लाइड किस प्रकार गिद्धों को नुकसान पहुंचाते हैं और उन्मुक्त पशुओं को खाने के बाद गिद्धों के अंदर किडनी फेल होने की समस्या आती है और उनकी मृत्यु हो जाती है। उन्होंने यह भी बताया कि हम इंसानों को भी बिल्कुल दर्द की दवाइयां से दूरी बनाकर रखना चाहिए और अति आवश्यक होने पर ही दर्द निवारक औषधीय का सेवन करना चाहिए क्योंकि बहुत सारी औषधीय ऐसी हैं, जो हमारे किडनी और लीवर को भी प्रभावित करती हैं बिना चिकित्सक के परामर्श से ना तो किसी पशु को दवा देनी चाहिए और ना ही स्वयं खानी चाहिए।

कार्यक्रम में हेरिटेज फाउंडेशन की तरफ से हेरिटेज फाउंडेशन की ओर से प्रख्यात पर्यावरणविद् माइक हरिगोविंद की निर्देशित फिल्म ब्रोकेन विंग्स का प्रदर्शन भी किया गया।

सभी आगंतुकों एवं बच्चों को माननीय मंत्री पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग उत्तर प्रदेश डॉक्टर अरुण कुमार सक्सेना जी के द्वारा वीडियो संदेश को भी सुनाया गया जिसमें माननीय मंत्री जी ने बताया कि पुराणों में भी गिद्ध की चर्चा है रामायण काल में जटायु के महत्व को बताते हुए उन्होंने गिद्धों के संरक्षण के ऊपर सभी को एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया।

प्राणी उद्यान के निदेशक विकास यादव ने गिद्धों के संरक्षण के ऊपर माननीय मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार के द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तृत से बताया और कैंपियरगंज में स्थित जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र की भूमिका से सभी अतिथियों एवं बच्चों को अवगत आते हुए गिद्धों की संख्या में कमी को अति गंभीर बताते हुए इनके संरक्षण के उपाय सुझाये।

मंच का संचालन एवं अतिथियों का स्वागत प्राणि गोरखपुर के उप निदेशक एवं पशु चिकित्सा अधिकारी डॉo योगेश प्रताप सिंह के द्वारा किया गया। डॉ योगेश के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस मनाए जाने के कारण के ऊपर विस्तृत से चर्चा की गई।

प्राणि उद्यान के बायोलॉजिस्ट अक्षय बजाज ने डाइक्लोफिनेक के दुष्प्रभाव के बारे में बताते हुए गिद्धों के बारे में जानकारी दी। वन्य जीव विशेषज्ञ डॉo आरके सिंह द्वारा आम जनमानस और बच्चों को इस बारे में बताया कि गिद्धों के संरक्षण में हम अपनी भूमिका कैसे निभाएं जिससे कि चिकित्सा के दौरान उन दवाओं का प्रयोग ना हो सके जो गिद्धों को नुकसान पहुंचाते हैं। विपिन वर्मा प्रशिक्षु आईएफएस ने गिद्धों की विशेषता बताते हुए कहा कि गिद्ध पूरे देश में बहुत ही कम संख्या में बचे हैं और इनके संरक्षण के लिए हमें जागरूक होना पड़ेगा।

कार्यक्रम में अंजू फाउंडेशन से आए बच्चों के साथ-साथ पूर्वांचल पब्लिक स्कूल, पादरी बाजार एवं हेरिटेज फाउंडेशन की महत्वपूर्ण भूमिका रही कार्यक्रम में प्राणी उद्यान के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा अपनी अहम भूमिका निभाई गई।

 

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