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पति के अवैध संबंधों का विरोध करने पर महिला और उसके बच्चों को घर से निकाल दिया गया। पति न तो खर्च दे रहा है और न ही बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी ले रहा है। पीड़िता ने जिलाधिकारी से शिकायत कर न्याय की मांग की। डीएम ने एसपी को जांच का आदेश दिया।
प्रतीकात्मक फोटो
Hapur: थाना देहात क्षेत्र के एक मोहल्ले में रहने वाली विवाहिता ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता का कहना है कि पति के अवैध संबंधों का विरोध करना उसके और उसके बच्चों के खिलाफ उत्पीड़न का कारण बन गया।
आरोप है कि पति ने दो अन्य महिलाओं से संबंध बनाए हुए थे, जिनका विरोध करने पर उसने पत्नी को बेरहमी से पीटा और बच्चों सहित घर से निकाल दिया।
पीड़िता ने शिकायती पत्र में बताया कि उसकी शादी 20 नवंबर 2017 को आवास विकास संजय विहार कॉलोनी में रहने वाले व्यक्ति से हुई थी। शुरुआत में सब ठीक रहा, लेकिन कुछ समय बाद ही पति के व्यवहार में बड़े बदलाव आने लगे।
वह रोज शराब पीकर घर आता और बिना किसी कारण के मारपीट करता। पति के बाहर चल रहे अवैध संबंधों को लेकर झगड़े और बढ़ गए।
विवाहिता ने बताया कि लगभग छह साल पहले उसने अपने पति को एक होटल में दूसरी महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में रंगे हाथों पकड़ लिया था। इसके बाद उसने अपने पति से सुधार की उम्मीद की, लेकिन हालात और बदतर होते गए। पति ने उसके विरोध को ‘हस्तक्षेप’ बताते हुए उसे और उसके दो बच्चों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
वर्ष 2020 में स्थिति इतनी बिगड़ गई कि आरोपी पति ने उसे और उसके दोनों बेटों को जमकर पीटा और घर से बाहर निकाल दिया। तब से वह अपने मायके में रह रही है। पीड़िता ने बताया कि उसके पिता बीमार हैं और घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। पति न तो गुजारा-भत्ता दे रहा है और न ही बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च उठा रहा है। इससे दोनों बच्चों की शिक्षा पूरी तरह बंद हो चुकी है।
विवाहिता ने जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी को जांच कर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।