मेरठ और मुजफ्फरनगर के बाद यूपी के इस जिले में भी बच्चों में छुट्टी, जानिए कब खुलेंगे स्कूल

हापुड़ के जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय ने आदेश जारी करते हुए जनपद के नर्सरी से लेकर डिग्री कॉलेज तक के सभी शैक्षणिक संस्थानों में 18 जुलाई से 23 जुलाई तक अवकाश घोषित कर दिया है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 18 July 2025, 8:07 AM IST
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Hapur News: सावन की पवित्र कांवड़ यात्रा पूरे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में पूरे शबाब पर है। हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौट रहे शिवभक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने हापुड़ में सभी शिक्षण संस्थानों को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला लिया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने के लिए कई मार्गों को वन-वे कर दिया गया है, जिससे आम जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

हापुड़ में 23 जुलाई तक सभी स्कूल बंद

हापुड़ के जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय ने आदेश जारी करते हुए जनपद के नर्सरी से लेकर डिग्री कॉलेज तक के सभी शैक्षणिक संस्थानों में 18 जुलाई से 23 जुलाई तक अवकाश घोषित कर दिया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि कांवड़ यात्रा के दौरान भारी भीड़ और सड़क यातायात के दबाव को देखते हुए छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।

मेरठ और मुजफ्फरनगर में भी स्कूल बंद

कांवड़ यात्रा के दौरान हो रही घटनाओं और भीड़ को देखते हुए मेरठ और मुजफ्फरनगर जिलों में भी 16 से 23 जुलाई तक स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। मेरठ के जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह ने जानकारी दी कि 24 जुलाई से स्कूल दोबारा खोले जाएंगे, क्योंकि 23 जुलाई को श्रावण शिवरात्रि है। मुजफ्फरनगर के डीएम और डीआईओएस ने स्पष्ट किया है कि यूपी, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त सभी स्कूलों पर यह आदेश लागू होगा। उल्लंघन करने वाले संस्थानों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

हरिद्वार से लौटते कांवड़ियों की बढ़ती संख्या बनी चुनौती

हरिद्वार, गंगोत्री व अन्य तीर्थ स्थलों से लौट रहे कांवड़ियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मेरठ-दिल्ली हाईवे, मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद रूट पर भारी दबाव है। कुछ स्थानों पर कांवड़ियों द्वारा गाड़ियों में तोड़फोड़ की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिससे प्रशासन हाई अलर्ट पर है।

दिल्ली-मेरठ हाईवे पर वन-वे व्यवस्था से भारी जाम

ट्रैफिक कंट्रोल के तहत प्रशासन ने दिल्ली-मेरठ हाईवे को सोमवार से वन-वे कर दिया है। इसका असर सबसे ज्यादा मुरादनगर में देखने को मिला, जहां 10 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। मनोटा से मोरटा तक का 10 मिनट का सफर 2 से 3 घंटे में तय हो रहा है। गर्मी में फंसे लोग बेहाल हैं और जाम में एंबुलेंस, स्कूल बसें और VIP गाड़ियां तक फंसी हुई दिखाई दी।

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