Gorakhpur: जनपद के नगवा, थाना गीडा क्षेत्र में गुरुवार की सुबह एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। 23 वर्षीय अभिषेक शर्मा, पुत्र बाल कुमार शर्मा, का शव उनके कमरे में पंखे से लटकता हुआ मिला। शव को देखते ही परिवार में चीख-पुकार मच गई और आसपास के लोग स्तब्ध रह गए। यह दुखद घटना सुबह उस समय सामने आई, जब परिजनों ने अभिषेक को लंबे समय तक कमरे से बाहर न आता देख दरवाजा तोड़ा और अंदर का मंजर देखकर सन्न रह गए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अभिषेक का शव फंदे से लटका हुआ था और प्रथम दृष्टया इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है। कुछ वर्ष पहले अभिषेक का विवाह हुआ था, लेकिन पत्नी के साथ उनकी अनबन की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि पत्नी कई दिनों से अपने मायके चली गई थी, जिसके बाद अभिषेक तनाव में थे। हालांकि, मौत का सटीक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
परिवार का हाल बेहाल, गांव में पसरा मातम
अभिषेक के परिवार में इस घटना के बाद मातम छाया हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पड़ोसियों के अनुसार, अभिषेक शांत स्वभाव का युवक था और अपने काम में मस्त रहता था। उनकी अचानक आत्महत्या ने सभी को सदमे में डाल दिया है। एक पड़ोसी ने बताया, “अभिषेक बहुत सीधा-सादा लड़का था। ऐसा कदम उठाएगा, किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था।”
पुलिस ने शुरू की जांच, पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव
घटना की सूचना मिलते ही गीडा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। पुलिस हर पहलू पर बारीकी से पड़ताल कर रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि अभिषेक ने यह कदम क्यों उठाया। परिवार वालों और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही मौत के सटीक कारणों का पता चल सकेगा।
पारिवारिक तनाव बना वजह?
प्रारंभिक जांच में पुलिस को संकेत मिले हैं कि अभिषेक और उनकी पत्नी के बीच लंबे समय से अनबन चल रही थी। पत्नी के मायके चले जाने के बाद अभिषेक मानसिक तनाव में थे। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है कि यह आत्महत्या का एकमात्र कारण था। पुलिस ने परिजनों से पत्नी और अन्य रिश्तेदारों के बारे में जानकारी मांगी है और इस दिशा में भी जांच को आगे बढ़ा रही है।
सामाजिक सवाल और दुखद नजीर
यह घटना एक बार फिर समाज में मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक रिश्तों की जटिलताओं पर सवाल खड़े करती है। अभिषेक जैसे युवाओं का इस तरह असमय चले जाना न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गहरी क्षति है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते अभिषेक को कोई भावनात्मक सहारा मिला होता, तो शायद यह नौबत न आती।
पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि अगर किसी के पास इस मामले से जुड़ी कोई जानकारी है, तो वह सामने आए। फिलहाल, गीडा पुलिस ने अग्रिम विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है और पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश में जुटी है।
यह दुखद घटना न केवल अभिषेक के परिवार, बल्कि पूरे गोरखपुर के लिए एक गहरे सदमे की बात है। समाज को इस तरह की घटनाओं से सबक लेते हुए मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक रिश्तों पर ध्यान देने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।