

हरदोई की पिहानी नगर पालिकका के लोहानी मोहल्ला में कई दिनों से पेयजल आपूर्ति ठप होने के बाद जब पानी आया तो वह गंदा है और उसमें कीड़ें है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
पाइप लाइन से निकले हुए पानी में कीडें (फोटो सोर्स- रिपोर्टर)
हरदोई: हरदोई की पिहानी नगर पालिका के मोहल्ला लोहानी में कई दिनों से पेयजल आपूर्ति पूरी तरह से ठप रही। जब क्षेत्र ने नगर पालिका प्रशासन से शिकायत की, तो दो दिन बाद पुरानी पाइप लाइन से पानी की आपूर्ति फिर शुरू की गई। लेकिन, इस बार लोगों को जो पानी मिला, वह गंदा और अव्यवस्थित था, जिसमें कीड़े भी निकलते हुए देखे गए। इस स्थिति ने मोहल्ले में रहने वाले लोगों के बीच काफी नाराजगी देखने को मिल रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पिहानी नगर पालिका परिषद द्वारा मोहल्ला लोहानी जैसे क्षेत्रों में जलापूर्ति की जाती है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से जल संकट गहरा गया था। स्थानीय निवासियों, जिनमें नदीम खान, अहमद, हुसैन, राशिद, मुन्ना, और आसिफ शामिल हैं, ने बताया कि जलापूर्ति की कमी के चलते उन्हें गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा। शिकायत के बाद जब प्रशासन ने फिर से जलापूर्ति की, तो पानी की गुणवत्ता ने लोगों को निराश कर दिया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें जब पानी मिला तो उसकी बदबू असहनीय थी, और उसमें कीड़े भी थे। पानी का यह हाल देखकर मोहल्ले के लोग और अधिक नाराज हो गए। उन्होंने नगर पालिका से इस गंभीर समस्या का समाधान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि “शुद्ध और साफ पानी हम सभी नागरिकों का अधिकार है, और इस प्रकार का गंदा पानी पीना हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है।”
एडिशनल ऑफिसर अमित कुमार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जल निगम की ओर से नई टंकियों और पाइप लाइनों को आपस में जोड़ने का कार्य चल रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही मोहल्ले में साफ और बिना कीड़ों का पानी उपलब्ध कराया जाएगा। हालांकि, मोहल्ले के निवासियों का कहना है कि समस्या को लेकर यह केवल एक आश्वासन है और उन्हें ठोस कदमों की आवश्यकता है।
इस मामले ने पानी की आपूर्ति में स्वच्छता और गुणवत्ता के विषय पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों की चिंताओं को गंभीरता से लेते हुए, नगर पालिका प्रशासन को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि भविष्य में किसी भी प्रकार की जल समस्या का समाधान प्राथमिकता से हो।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि यह समस्या जल्द हल नहीं होती है, तो नागरिकों को अपने जल अधिकारों की रक्षा के लिए और ज्यादा कठोर कदम उठाने पड़ सकते हैं। इस मामले को लेकर स्थानीय निवासियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है, इसलिए आवश्यक है कि प्रशासन इस मुद्दे को प्राथमिकता से देखे और जल्द से जल्द समाधान प्रदान करे।