

मौत कब दरवाजे पर आकर खड़ी हो जाए, पता नहीं चलेगा। ताजा मामला ग्रेटर नोएडा का है, जहां यमुना एक्सप्रेसवे की सड़क तीन छात्रों के खून से लाल हो गई। तीनों छात्रों के घर में मातम छा गया और मां सदमे में है।
हादसे के बाद छतिग्रस्त बाइक
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा से एक बेहद दर्दनाक और दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां रविवार देर रात एक तेज रफ्तार पानी के टैंकर से टकराने के कारण गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (GBU) के तीन छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई। तीनों छात्र एक ही बाइक पर सवार थे और ढाबे से खाना लेकर लौट रहे थे।
कैसे हुआ हादसा?
पुलिस ने बताया कि यह दर्दनाक हादसा बीटा-2 थाना क्षेत्र के यमुना एक्सप्रेसवे के चुहड़पुर अंडरपास के पास हुआ। हादसे के समय तीनों छात्र पूर्वांचल सोसाइटी के पास एक ढाबे से खाना लेने जा रहे थे। उसी दौरान एक टैंकर अचानक उनकी बाइक के सामने आ गया और भीषण टक्कर हो गई।
बेहद भीषण था हादसा
हादसा इतना जबरदस्त था कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और तीनों छात्र सड़क पर दूर-दूर जा गिरे। राहगीरों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों को तुरंत नजदीकी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। वहां स्वयं सागर और कुश को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि तीसरे छात्र समर्थ पुंडीर को गंभीर हालत में एक बड़े अस्पताल में रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
मृतकों की पहचान
तीनों छात्र गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (GBU) में पढ़ाई कर रहे थे और एक ही बैच के दोस्त थे। वे हॉस्टल में रहते थे और घटना के समय खाना लेने बाहर निकले थे।
हादसे के पीछे लापरवाही या सिस्टम की चूक?
स्थानीय लोगों और छात्रों में इस हादसे के बाद भारी गुस्सा है। सवाल यह उठ रहे हैं कि यदि टैंकर सड़क पर खड़ा था तो उसके आसपास चेतावनी के संकेत क्यों नहीं लगाए गए? क्या टैंकर चालक ने लाइट्स या इंडिकेटर जलाए थे? पुलिस का कहना है कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है और टैंकर चालक को हिरासत में लिया गया है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि हादसा लापरवाही से हुआ या कोई और कारण था।
विश्वविद्यालय परिसर में मातम का माहौल
घटना की सूचना मिलने के बाद गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कैंपस में शोक की लहर दौड़ गई। छात्र-छात्राएं गम में डूबे हुए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने मृतकों के परिजनों से संपर्क किया और सहयोग का आश्वासन दिया है। तीनों छात्र अपने-अपने घरों से दूर रहकर पढ़ाई कर रहे थे। एक छात्र पहले साल में था, जबकि बाकी दो दूसरे वर्ष में थे।