

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अपने एक दिवसीय दौरे पर सोमवार को हरदोई पहुँचीं, जहां उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर संदेश दिया। पढें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
हरहोई दौरे पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
हरदोई: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अपने एक दिवसीय दौरे पर सोमवार को हरदोई पहुँचीं, जहाँ उन्होंने जिले के विभिन्न स्थलों पर आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और जनकल्याण से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा के साथ प्रेरक संदेश भी दिए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, राज्यपाल का आगमन पुलिस लाइन ग्राउंड में हुआ, जहाँ उनका स्वागत राज्यमंत्री रजनी तिवारी, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने किया। इसके बाद उन्होंने सीधे जिला कारागार का रुख किया, जहाँ उन्होंने नव स्थापित वाटर कूलर का उद्घाटन किया और महिला बैरक में बंदियों से संवाद किया। उन्होंने बंदियों से भोजन, स्वास्थ्य और अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली।
राज्यपाल ने बंदियों से कहा कि वे जीवन में बदले की भावना त्यागें और अपने भविष्य को संवारने का प्रयास करें। उन्होंने बंदी महिलाओं के बच्चों के लिए स्थापित स्मार्ट क्लास रूम की सराहना की और शिक्षा को जीवन बदलने वाला माध्यम बताया। साथ ही उन्होंने प्रशिक्षण केंद्र में सिलाई जैसे कौशल विकास कार्यों की प्रगति भी देखी।
जेल भ्रमण के दौरान उन्होंने माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं से भी संवाद किया और उन्हें जेल भ्रमण के अनुभवों पर निबंध लिखकर राजभवन भेजने को कहा। उन्होंने बच्चियों को अनुशासन और देश सेवा के लिए प्रेरित किया।
जिला कारागार से राज्यपाल स्टेटस क्लब पहुँचीं, जहाँ जिले के विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया। स्टेटस क्लब के हॉल में हुए मुख्य कार्यक्रम में राज्यपाल का विधायकों, जिला पंचायत अध्यक्ष, भाजपा जिलाध्यक्ष सहित कई जनप्रतिनिधियों ने पुष्प भेंट कर स्वागत किया।
कार्यक्रम की शुरुआत फर्दापुर आंगनबाड़ी केंद्र की बच्चियों की सरस्वती वंदना से हुई। इसके बाद धैर्य नामक पांच वर्षीय बालक ने अपनी आवाज में शिवतांडव स्तोत्र का पाठ किया। राधा नगर के आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों ने देशभक्ति गीत पर नृत्य किया और फिरोजापुर की बच्चियों ने व्याकरण को गीतों के माध्यम से प्रस्तुत किया, जिसने सभी को प्रभावित किया।
राज्यपाल ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया
राज्यपाल ने बच्चों को गिफ्ट पैक देकर सम्मानित किया और स्नातकोत्तर महाविद्यालय की छात्रा निष्ठा शुक्ला के विकसित भारत पर दिए गए भाषण की सराहना की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास पर सतत रूप से ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों से लेकर उच्च शिक्षा तक एक संगठित और निरंतर प्रयास होना चाहिए ताकि विकसित भारत का सपना साकार हो सके।
राज्यपाल ने महिला सशक्तिकरण, लिंगानुपात, दहेज प्रथा और बेटियों के अधिकारों पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि बेटियों को समान अवसर मिलें, इसके लिए सामाजिक सोच बदलने की जरूरत है।
उन्होंने सरकार की योजनाओं जैसे मुद्रा योजना, स्वयं सहायता समूह, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान कार्ड आदि का उल्लेख करते हुए कहा कि इन योजनाओं से महिलाओं को नई पहचान और आर्थिक मजबूती मिल रही है।
अंत में, उन्होंने सभी से आग्रह किया कि 9 से 14 वर्ष की बच्चियों को एचपीवी वैक्सीन अवश्य लगवाएं, ताकि भविष्य में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव हो सके। उन्होंने बुजुर्गों की सेवा और समाज में जागरूकता बढ़ाने का आह्वान भी किया।
जिलाधिकारी अनुनय झा ने राज्यपाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जनपद में विकसित भारत की दिशा में निरंतर प्रगति हो रही है और आंगनबाड़ी से लेकर किशोरी बालिकाओं तक के स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए सभी स्तरों पर योजनाओं को गति दी जा रही है।
राज्यपाल का आभार व्यक्त करते हुए DM अनुनय झा