

जिले में लगातार बढ़ रहे संगठित अपराधों पर नकेल कसने के लिए पुलिस प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। जघन्य अपराधों में संलिप्त तीन शातिर अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरोह पर शिकंजा कस दिया। पढिए पूरी खबर
गोरखपुर: जिले में लगातार बढ़ रहे संगठित अपराधों पर नकेल कसने के लिए पुलिस प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। सोमवार को थाना खोराबार पुलिस ने लूट जैसे जघन्य अपराधों में संलिप्त तीन शातिर अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरोह पर शिकंजा कस दिया।
क्या है पूरी खबर
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नय्यर के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी कैंट के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष खोराबार ने गैंग चार्ट तैयार कर जिला मजिस्ट्रेट से अनुमोदन प्राप्त किया। इसके आधार पर गैंग लीडर अलाउद्दीन उर्फ आयुष पुत्र कुर्बान अली उर्फ नागा निवासी नईबाजार विश्वाधुर थाना झगहाँ तथा उसके दो साथी राजवीर उर्फ बाबी पुत्र कन्हैया निवासी मदरहवा टोला सुबाबाजार थाना खोराबार और अमित राजभर पुत्र रामाकान्त निवासी मदरहवा टोला थाना खोराबार पर गैंगस्टर एक्ट के तहत थाना खोराबार में मुकदमा दर्ज किया गया।
गिरोह संगठित होकर लगातार लूट
पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह संगठित होकर लगातार लूट, चोरी और रंगदारी जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम देता रहा है। इनके कारनामों से क्षेत्र में भय और आतंक का माहौल व्याप्त है। गैंग लीडर अलाउद्दीन के खिलाफ चोरी, लूट और धोखाधड़ी से जुड़े नौ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें थाना कैंट और खोराबार के कई मामले शामिल हैं। इसी तरह राजवीर उर्फ बाबी के खिलाफ भी चोरी और लूट से संबंधित पांच गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। वहीं तीसरा सदस्य अमित राजभर के खिलाफ तीन मुकदमे, जिनमें लूट, मारपीट और एससी/एसटी एक्ट तक के गंभीर आरोप शामिल हैं।
आपराधिक नेटवर्क को तोड़ा
पुलिस का कहना है कि इस गिरोह की सक्रियता से आम जनता भयभीत रहती थी। इन्हें स्वतंत्र रूप से विचरण करने से रोकना जरूरी हो गया था। इसी क्रम में गैंग चार्ट बनाकर कार्रवाई की गई है ताकि इनके आपराधिक नेटवर्क को तोड़ा जा सके और अपराध पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके।
अपराधियों में खौफ
थाना खोराबार पर मुकदमा संख्या 625/25 धारा 2(ख)(I)(xi)/3(1) यूपी गैंगस्टर एक्ट पंजीकृत किया गया है। पुलिस ने बताया कि आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है और गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश भी की जा रही है। इस कार्रवाई से पुलिस प्रशासन ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। संगठित अपराध करने वाले गिरोह पर गैंगस्टर एक्ट की तलवार लटकाकर जनता में सुरक्षा और अपराधियों में खौफ पैदा करने की कोशिश की जा रही है।