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खजनी थाना क्षेत्र में इंसाफ की उम्मीद लेकर दर-दर भटकते एक टीबी पीड़ित दुकानदार की दास्तां दिल दहला देने वाली है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
गोरखपुर थाना
गोरखपुर: यूपी के गोरखपुर में खजनी थाना क्षेत्र में इंसाफ की उम्मीद लेकर दर-दर भटकते एक टीबी पीड़ित दुकानदार की दास्तां दिल दहला देने वाली है। मझगांव निवासी सुरज गुप्ता ने जिले के एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई है। उनका आरोप है कि एक महिला उन्हें ब्लैकमेल कर रही है, वहीं पुलिस का एक सिपाही उनसे पैसे की मांग कर रहा है। यही नहीं, लगातार मिल रही धमकियों के चलते उन्हें अपनी दुकान बंद करनी पड़ी और अब उनका घर भी आग के हवाले कर दिया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, सुरज गुप्ता टीबी से पीड़ित हैं, उन्होंने बताया कि वे सतुआभार में महिला के घर के सामने छोटी सी दुकान चलाकर अपने परिवार का गुजारा करते थे। लेकिन कुछ समय पहले विनिता के ससुर और पति ने उन्हें धमकाया, जिससे डरकर उन्हें अपनी दुकान छोड़कर खजनी आना पड़ा।
थाने में बैठाकर किया जा रहा मानसिक उत्पीड़न
वहीं सुरज का कहना है कि खजनी थाना पुलिस पिछले तीन दिनों से उन्हें बिना किसी ठोस वजह के थाने बुलाकर घंटों बैठा रही है। उन्होंने बताया कि रात 10 बजे तक बिठाया जाता है, न खाने का इंतजाम, न दवा का। मेरी तबीयत बिगड़ती जा रही है।
जली झोपड़ी, उजड़ी उम्मीदें
9 मई की रात जब सुरज थाने से वापस लौटे, तो उनका घर पूरी तरह जल चुका था। गांव में इस घटना से दहशत फैल गई। कई ग्रामीणों ने बताया कि सुरज मेहनती और शांत स्वभाव के व्यक्ति हैं और उनकी किसी से दुश्मनी नहीं है।
‘नसबंदी’ का नाम लेकर बदनाम करने की कोशिश
सुरज का दावा है कि कुछ अज्ञात लोगों ने समाचार पत्रों में उनके खिलाफ झूठी खबरें छपवा दीं, जिनमें नसबंदी जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पास सरकारी दवाओं की पर्चियां, बैंक डिटेल्स और सफर के सबूत हैं। विनिता द्वारा लगाए गए आरोप मनगढ़ंत हैं। जिस कागज पर साइन है, उसकी जांच करवा ली जाए कि वो मेरे हैं भी या नहीं। –
वहीं थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। घर जलाने की घटना के लिए पुलिस टीम मौके पर भेजी गई है और समाचार में छपी झूठी खबरों की भी जांच हो रही है।