

गोरखपुर के पिपराइच से विधायक महेंद्र पाल सिंह के भाई भोलेंद्र पाल सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ और अन्य अधिकारियों पर अभद्र सोशल मीडिया पोस्ट करने के मामले में उन पर अब तक 4 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।
जांच के लिए पहुंची पुलिस
Gorakhpur: पिपराइच से भाजपा विधायक महेंद्र पाल सिंह के भाई भोलेंद्र पाल सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उनके OSD और एक स्थानीय विधायक के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के मामले में भोलेंद्र पर दो दिन में चार थानों में चार FIR दर्ज हो चुकी हैं। बता दें कि पांचवीं FIR की तहरीर भी दी गई है। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमें उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही हैं, लेकिन उनकी लोकेशन अब तक नहीं मिली है।
ईंट भट्ठे पर छापा, कच्ची शराब के सबूत
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, शनिवार देर रात पिपराइच थाना क्षेत्र के बेला कांटा स्थित भोलेंद्र के ईंट भट्ठे पर SDM सदर दीपक गुप्ता, आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। भोलेंद्र तो मौके पर नहीं मिले, लेकिन वहां कच्ची शराब बनाने के सबूत मिले। भारी मात्रा में लहन बरामद हुआ और आबकारी विभाग ने इसके आधार पर पिपराइच थाने में FIR दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
छापे में भट्ठे पर तीन ट्रैक्टर और दो ट्रॉलियां भी जब्त की गईं, जिनका उपयोग कृषि कार्यों के बजाय व्यावसायिक कामों में हो रहा था। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत इन वाहनों को सीज कर दिया गया। SDM की प्रारंभिक जांच में पता चला कि भट्ठा बिना प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और अन्य विभागों की अनुमति के अवैध रूप से चल रहा था। इसकी रिपोर्ट DM के माध्यम से शासन को भेजी जाएगी, और जल्द ही भट्ठे को सील करने का आदेश जारी हो सकता है।
अभद्र पोस्ट से शुरू हुआ विवाद
यह मामला गुरुवार रात भोलेंद्र द्वारा फेसबुक पर की गई एक पोस्ट से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने गोलघर की 95 हजार वर्ग फीट जमीन से जुड़े विवाद और स्व. केदार सिंह की प्रतिमा हटाने की चर्चा पर आपत्ति जताई थी। इस जमीन को उद्योगपति ओमप्रकाश जालान की कंपनी ने 2003 में फ्री होल्ड कराया था और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इसे खाली करा लिया गया। भोलेंद्र ने पोस्ट में CM योगी, उनके OSD और एक विधायक के खिलाफ गालियां और अभद्र टिप्पणियां कीं। हालांकि, परिवार ने रात में पोस्ट डिलीट कर दी, लेकिन इसका स्क्रीनशॉट वायरल हो गया।
कहां-कहां दर्ज हुई FIR?
साइबर अपराध थाना: मीडिया सेल के कॉन्स्टेबल रामबोध की तहरीर पर BNSS की धारा 353(1)(c) और IT एक्ट 2008 की धारा 67 के तहत केस दर्ज। पोस्ट को सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला बताया गया।
रामगढ़ताल थाना: संजीव कुमार त्रिपाठी की शिकायत पर BNSS की धारा 353(2) और IT एक्ट की धारा 67A में FIR
पिपराइच थाना: गंगेश तिवारी की तहरीर पर BNSS की धारा 352 और 353(2) में केस।
एक और FIR दर्ज
आबकारी विभाग: कच्ची शराब के सबूत मिलने पर पिपराइच थाने में तहरीर दी गई, जल्द FIR दर्ज होगी।
यह विवाद गोलघर की जमीन और स्व. केदार सिंह की प्रतिमा से जुड़ा है, जिसके चलते सैंथवार समाज में आक्रोश की बात सामने आ रही है। भोलेंद्र ने अपनी पोस्ट में स्व. केदार सिंह के परिवार से बंगला खाली कराने पर हंगामा होने की चेतावनी दी थी। पिपराइच विधायक का परिवार भी सैंथवार समाज से है, जिससे यह मामला सामाजिक और राजनीतिक रूप से संवेदनशील हो गया है।
विधायक ने की भाई से दूरी
विधायक महेंद्र पाल सिंह ने कहा, “पिछले 22 साल से मैं और भोलेंद्र अलग रहते हैं। उनके कामों की मुझे कोई जानकारी नहीं थी।” महेंद्र पाल ईंट भट्ठा निर्माता समिति के अध्यक्ष भी हैं, लेकिन इस मामले ने उनकी छवि पर भी सवाल उठाए हैं।
क्या हो सकता है अगला कदम?
पुलिस भोलेंद्र की तलाश में जुटी है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी है। भट्ठे को सील करने और अवैध शराब के मामले में और जांच की संभावना है। यह मामला न केवल कानूनी बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण से भी चर्चा में बना हुआ है।