

गोरखपुर के बड़हलगंज थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह पुलिस और कुख्यात अपराधी नूरे आलम के बीच मुठभेड़ हो गई। जवाबी फायरिंग में नूरे आलम के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
Gorakhpur: बड़हलगंज थाना क्षेत्र के कोडारी गांव (जाइपार फोरलेन) स्थित हरजन टोला के पास शुक्रवार सुबह के समय हड़कंप मच गया जहां पुलिस और कुख्यात अपराधी नूरे आलम के बीच आमना-सामना हो गया। लूट और चोरी की कई वारदातों में वांछित यह शातिर अपराधी पुलिस की जवाबी फायरिंग में पैर में गोली लगने से घायल होकर दबोच लिया गया। पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से इलाके में राहत की सांस ली जा रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवददाता के अनुसार, सूचना मिली थी कि दोहरीघाट निवासी नूरे आलम किसी वारदात की फिराक में इलाके में छिपा हुआ है। मुखबिर की सूचना पर बड़हलगंज थानाध्यक्ष चन्द्रभान सिंह के नेतृत्व में तड़के पुलिस टीम ने कोडारी गांव में घेराबंदी की। टीम में कस्बा इंचार्ज आदित्य उपाध्यक्ष, सब-इंस्पेक्टर रितेश यादव और सुनील कुमार सिंह समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। जैसे ही पुलिस ने नूरे आलम को पकड़ने की कोशिश की, उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। अचानक हुई गोलीबारी से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, पुलिस ने बिना घबराए जवाबी कार्रवाई की और चलाई गई गोली नूरे आलम के पैर में जा लगी।
घायल बदमाश को अस्पताल में कराया गया भर्ती
घायल बदमाश को पुलिस ने तत्काल हिरासत में लेकर नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज जारी है। पुलिस ने मौके से एक देसी तमंचा, कारतूस और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया है। अधिकारियों के अनुसार, नूरे आलम के खिलाफ लूट, चोरी और डकैती जैसे संगीन अपराधों के कई मामले दर्ज हैं। वह लंबे समय से फरार चल रहा था और पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था।
कई घटनाओं का है मास्टरमाइंड
थानाध्यक्ष चन्द्रभान सिंह ने बताया कि नूरे आलम इलाके में कई आपराधिक वारदातों का मास्टरमाइंड रहा है। उसकी गिरफ्तारी से पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। अब पुलिस उसके साथियों की तलाश में सघन तलाशी अभियान चला रही है और उसके नेटवर्क को तोड़ने में जुटी है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि नूरे आलम के तार किन-किन अपराधियों से जुड़े हैं। इस मुठभेड़ की खबर फैलते ही स्थानीय लोग मौके पर जुट गए और पुलिस की इस सफलता की सराहना की। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे अपराधी लगातार दहशत फैलाते थे, लेकिन अब पुलिस की सख्ती से अपराधियों में खौफ पैदा होगा।