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नाबालिग छात्र ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, एकतरफा प्रेम में गंवाई जान; आखिर क्यों?

युवकों में खुदकुशी के मामले का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। गोला बाजार के एक 17 वर्षीय युवक ने एक तरफा प्रेम के चलते फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। युवक की मौत से न केवल परिवार टूट गया है, बल्कि गांव में भी शोक और सन्नाटा फैला हुआ है। जानिये क्या है पूरी खबर
Post Published By: Nidhi Kushwaha
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नाबालिग छात्र ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, एकतरफा प्रेम में गंवाई जान; आखिर क्यों?

Gorakhpur: गोरखपुर के गोला बाजार में एक प्रेम में पागल किशोर ने फांसी पर झूल कर अपने जीवन लीला खत्म कर दी। बताया जा रहा है कि ग्राम घोड़ालोटन वार्ड नंबर दो में अपने ननिहाल में रह रहे 17 वर्षीय इंटर छात्र ने गुरुवार की देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार के आंसू रुक नहीं रहे हैं, गांव में मातम पसरा है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मृतक की पहचान कौशल (17) पुत्र राम मिलन, निवासी चिलवा के रूप में हुई है। कौशल बीते काफी समय से अपने अस्वस्थ नाना बुच्चन प्रसाद की देखभाल के लिए ननिहाल में रह रहा था। परिवार में पिता और मामा विदेश में नौकरी करते हैं, घर पर मामी और बीमार नाना ही रहते थे। ऐसे में कौशल ही घर का सहारा और देखभाल करने वाला बन चुका था।

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घटना वाले दिन क्या हुआ?

जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात खाना खाने के बाद कौशल अपने नाना के साथ ही कमरे में सो गया था। नाना ने बताया कि रात करीब एक बजे उनकी नींद खुली तो उन्होंने देखा कि कौशल बिस्तर पर नहीं है। खोजबीन के दौरान दूसरे कमरे में उनका दिल दहल गया। कौशल पंखे के सहारे फंदे से लटका हुआ था। उन्होंने शोर मचाकर घरवालों को बुलाया और तत्काल घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा भरने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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एक तरफा प्रेम में पागल था किशोर

परिजन बताते हैं कि कौशल एक सामान्य, शांत और जिम्मेदार स्वभाव का लड़का था। वह आनंद विद्यापीठ ककरही इंटर कॉलेज में पढ़ता था। इसी कॉलेज की एक छात्रा से उसे एकतरफा प्रेम था। काफी समय से वह मानसिक रूप से परेशान था और खुद को कमजोर और हारा हुआ महसूस कर रहा था। गुरुवार की रात भी वह इसी मुद्दे पर रो रहा था। परिजनों ने उसे दिलासा दिया, लेकिन शायद उसकी पीड़ा बहुत गहरी थी, जिसे वह शब्दों में कह नहीं पाया।

मृतक अपने दो भाइयों में बड़ा था। उसकी मौत से न केवल परिवार टूट गया है, बल्कि गांव में भी शोक और सन्नाटा फैला हुआ है। हर आंख नम है, हर दिल सवालों से भरा, क्या थोड़ी सी समझ, थोड़ा सा साथ, थोड़ा सा संभाल उसकी जिंदगी बचा सकता था? पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं सामाजिक लोगो ने अपील की कि बच्चों की भावनात्मक समस्याओं को नजरअंदाज न करें, समय रहते संवाद और सहारा ही कई हादसों को रोक सकता है।

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