

खजनी में अवैध मिट्टी खनन पर प्रशासन ने कड़ा शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
खनन उपकरण
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर अंतर्गत खजनी तहसील क्षेत्र में अवैध मिट्टी खनन का खेल पिछले तीन महीनों से बेरोकटोक चल रहा था, लेकिन अब प्रशासन ने इस पर कड़ा शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। स्थानीय लोगों की शिकायतों और मीडिया के लगातार प्रकाशन के बाद खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। बीती रात पिपरा बनवारी खनन स्थली पर प्रशासन ने छापेमारी कर एक ट्रैक्टर और लोडर सहित खनन उपकरणों को हिरासत में लिया। जब्त की गई गाड़ियां केशव कसौधन, पिपरा पांडेय की बताई जा रही हैं। यह कार्रवाई क्षेत्र में अवैध खनन पर लगाम लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, कुछ समय पहले प्रशासन ने अवैध खनन पर अंकुश लगाने की कोशिश की थी, लेकिन पिछले पांच दिनों से खनन माफिया फिर से सक्रिय हो गए। आधी रात को मिट्टी की चोरी और बिक्री का धंधा जोरों पर था। स्थानीय शिकायत पर प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए खनन स्थल पर छापा मारा और उपकरणों को जब्त कर थाने ले जाया गया।
खनन माफियाओं में मचा हड़कंप
वहीं दूसरी तरफ इस कार्रवाई से खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया है। खनन विभाग अब इस मामले में गहन जांच और सख्त कार्रवाई में जुट गया है। क्षेत्रवासियों की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या यह कार्रवाई खनन माफियाओं पर स्थायी रूप से लगाम लगाएगी या फिर यह केवल एक औपचारिकता बनकर रह जाएगी।
इसके अलावा, लोगों में यह भी चर्चा है कि क्या माफिया फिर से बरी हो जाएंगे? या इस बार सख्त सजा का सामना करेंगे। खजनी में अवैध खनन का यह मामला अब सुर्खियों में है। जनता को उम्मीद है कि प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर प्रभावी कदम उठाएगा और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले इस अवैध कारोबार को पूरी तरह रोकेगा। फिलहाल, खनन विभाग की कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं।
गौरतलब है कि यह कार्रवाई खजनी तहसील क्षेत्र में तीन महीने से चल रहे अवैध मिट्टी खनन को लेकर की गई है। इसके अंतर्गत, स्थानीय शिकायत पर प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए खनन स्थल पर छापा मारा और उपकरणों को जब्त कर लिया।