Gorakhpur: रेलवे में नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाला गिरफ्तार, ऐसे करता था धोखाधड़ी

थाना कैण्ट पुलिस ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर बड़ी ठगी का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने एक शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त रेलवे विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा देकर युवाओं से मोटी रकम ऐंठता था और बदले में उन्हें फर्जी व कूटरचित नियुक्ति पत्र थमा देता था।

Post Published By: Jay Chauhan
Updated : 18 December 2025, 6:38 PM IST

Gorakhpur: थाना कैण्ट पुलिस ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर बड़ी ठगी का पर्दाफाश किया है।  पुलिस ने एक शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त रेलवे विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा देकर युवाओं से मोटी रकम ऐंठता था और बदले में उन्हें फर्जी व कूटरचित नियुक्ति पत्र थमा देता था। पुलिस की इस कार्रवाई को संगठित धोखाधड़ी के खिलाफ बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद गोरखपुर के निर्देश पर जिले में धोखाधड़ी और आर्थिक अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन तथा क्षेत्राधिकारी कैण्ट के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक थाना कैण्ट के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने मु0अ0सं0 563/2025 में वांछित अभियुक्त अमित कुमार राव को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी करने वाली टीम का नेतृत्व उपनिरीक्षक रंजीत रंजन ने किया।

गिरफ्तार अभियुक्त का इतिहास

गिरफ्तार अभियुक्त अमित कुमार राव पुत्र स्वर्गीय रामदेव, ग्राम अतरौली पोस्ट बगराई थाना बांसगाँव जनपद गोरखपुर का निवासी है। उसके विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 319(2), 318(4), 336(3), 338, 340(2), 316(2) और 351(3) के तहत मुकदमा दर्ज है। पुलिस के अनुसार अभियुक्त लंबे समय से बेरोजगार युवाओं को निशाना बनाकर रेलवे विभाग में नौकरी दिलाने का झूठा भरोसा देता था।

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घटना के संबंध में वादी द्वारा थाना कैण्ट पर दी गई तहरीर में बताया गया कि अभियुक्त ने रेलवे में नौकरी दिलाने का दावा करते हुए उससे धनराशि ली और बाद में फर्जी नियुक्ति पत्र सौंप दिया। नियुक्ति पत्र की जांच कराने पर उसके कूटरचित और अवैध होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस की शरण ली। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू की गई।

पुलिस आपराधिक नेटवर्क की कर रही जांच

पुलिस पूछताछ में यह भी आशंका जताई जा रही है कि अभियुक्त ने इस तरह की ठगी कई अन्य लोगों के साथ भी की हो सकती है। पुलिस अब उसके आपराधिक नेटवर्क, फर्जी दस्तावेज तैयार करने के तरीकों और संभावित सहयोगियों की भी जांच कर रही है। गिरफ्तार करने वाली टीम में उपनिरीक्षक रंजीत रंजन के साथ कांस्टेबल प्रेम कुमार उपाध्याय, महिला कांस्टेबल वैशाली शर्मा और महिला कांस्टेबल सीमा यादव शामिल रहीं।

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पुलिस ने बताया कि अभियुक्त के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि नौकरी दिलाने के नाम पर किसी भी व्यक्ति को धनराशि देने से पहले पूरी जांच-पड़ताल अवश्य करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को दें।

Location : 
  • Gorakhpur

Published : 
  • 18 December 2025, 6:38 PM IST