

जिला महिला अस्पताल रोड पर स्थित मेडिकल स्टोरों पर ड्रग विभाग ने शुक्रवार को बड़ी छापेमारी की। इस कार्रवाई में विक्की मेडिकल स्टोर, रवि मेडिकल स्टोर, किशन मेडिकल स्टोर और अमित मेडिकल स्टोर को निशाना बनाया गया। ड्रग विभाग की टीम ने इन दुकानों से दवाओं के सैंपल जब्त किए और अनियमितताओं के चलते नोटिस जारी किया। पढिए पूरी खबर
गोरखपुर: जिला महिला अस्पताल रोड पर स्थित मेडिकल स्टोरों पर ड्रग विभाग ने शुक्रवार को बड़ी छापेमारी की। इस कार्रवाई में विक्की मेडिकल स्टोर, रवि मेडिकल स्टोर, किशन मेडिकल स्टोर और अमित मेडिकल स्टोर को निशाना बनाया गया। ड्रग विभाग की टीम ने इन दुकानों से दवाओं के सैंपल जब्त किए और अनियमितताओं के चलते नोटिस जारी किया। असिस्टेंट ड्रग कमिश्नर पूरन सिंह ने बताया कि सात दिन के भीतर संतोषजनक जवाब न देने पर इन स्टोरों के लाइसेंस निरस्त किए जा सकते हैं।
लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई
यह कार्रवाई जिला अस्पताल में हाल ही में हुई एक घटना के बाद शुरू की गई, जिसमें एक मरीज के परिजन के साथ मेडिकल स्टोर के कर्मचारियों द्वारा मारपीट की गई थी। पीड़ित ने कोतवाली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज हुआ। इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने ड्रग विभाग को गैर-मानक तरीके से संचालित होने वाले मेडिकल स्टोरों की जांच के निर्देश दिए। असिस्टेंट ड्रग कमिश्नर पूरन सिंह ने बताया, "हाल ही में जिला अस्पताल में मरीज के परिजन के साथ मेडिकल स्टोर के कर्मचारियों द्वारा मारपीट की घटना सामने आई थी। इसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर हमने जांच शुरू की। आज विक्की मेडिकल स्टोर, रवि मेडिकल स्टोर, किशन मेडिकल स्टोर और अमित मेडिकल स्टोर की जांच की गई। इन दुकानों से दवाओं के सैंपल लिए गए हैं और कमियां पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया है। यदि ये स्टोर सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण नहीं देते, तो उनके लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।"
कुछ दवाओं के भंडारण में भी मानकों का पालन नहीं...
जांच के दौरान पाया गया कि कुछ मेडिकल स्टोर बिना बिल के दवाएं बेच रहे थे, जो ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट का उल्लंघन है। इसके अलावा, कुछ दवाओं के भंडारण में भी मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था। ड्रग विभाग ने सख्त चेतावनी दी है कि ऐसी अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।स्थानीय लोगों और मरीजों के परिजनों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है। एक मरीज के परिजन ने बताया, "जिला अस्पताल के आसपास कई मेडिकल स्टोर मरीजों को महंगी दवाएं थमा देते हैं। कुछ लोग तो अस्पताल में घुसकर मरीजों को बरगलाते हैं। इस तरह की कार्रवाई से ऐसे लोगों पर लगाम लगेगी।"
ड्रग विभाग ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई केवल शुरुआत है। भविष्य में भी गोरखपुर के अन्य मेडिकल स्टोरों पर निगरानी रखी जाएगी, ताकि नकली और अवैध दवाओं का कारोबार रोका जा सके। साथ ही, मरीजों के साथ धोखाधड़ी करने वाले मेडिकल स्टोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।