Gorakhpur: दहेज लोभियों ने विवाहिता को मारपीट कर घर से निकाला, पति सहित 7 पर केस

जनपद के सहजनवां थाना क्षेत्र में दहेज लोभियों की बड़ी खबर सामने आयी है। दहेज प्रथा जैसे सामाजिक कलंक पर लगातार कार्रवाई और जागरूकता के बावजूद लोभियों की मानसिकता में बदलाव नहीं दिख रहा है। चार पहिया वाहन न मिलने से नाराज़ ससुराल पक्ष ने एक विवाहिता को न सिर्फ प्रताड़ित किया, बल्कि मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया।

Gorakhpur: जनपद के सहजनवां थाना क्षेत्र में दहेज प्रथा जैसे सामाजिक कलंक पर लगातार कार्रवाई और जागरूकता के बावजूद लोभियों की मानसिकता में बदलाव नहीं दिख रहा है। ताज़ा मामला सहजनवां क्षेत्र का है, जहाँ चार पहिया वाहन न मिलने से नाराज़ ससुराल पक्ष ने एक विवाहिता को न सिर्फ प्रताड़ित किया, बल्कि मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने पति सहित सात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

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ये था मामला

भीटी रावत निवासी रेनू पाण्डेय, पुत्री भगवंत पाण्डेय, की शादी 23 फरवरी 2025 को लखनऊ के हनुमंतपुरम विष्णु बिहार कॉलोनी, थाना मणियाव निवासी अवनीश तिवारी पुत्र सब्बू तिवारी के साथ हुई थी। परिजनों के मुताबिक, विवाह में यथासंभव सामर्थ्य के अनुसार दो लाख रुपये नकद, उपहार स्वरूप सोने-चांदी के आभूषण और अन्य घरेलू सामान दिया गया था।

रेनू के अनुसार, विदाई के बाद जैसे ही वह ससुराल पहुंची, ससुराल वालों का रवैया अचानक बदल गया। कम दहेज लाने का ताना मारते हुए उससे चार पहिया वाहन की मांग की जाने लगी। मांग पूरी न होने पर पति अवनीश तिवारी, ससुर सब्बू तिवारी, जेठ रामलखन, जेठानी अनुपम तिवारी, जेठ श्रीराम तिवारी, जेठानी छाया तिवारी और ननद गुड़िया तिवारी ने मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करना प्रारंभ कर दिया।

पीड़िता ने बतायी आपबीती

पीड़िता ने बताया कि ससुराल पक्ष द्वारा आए दिन मारपीट, अपमान और जान से मारने की धमकियां दी जाने लगीं। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि 14 जुलाई 2025 को पीड़िता के मायके वाले जबरन उसे लेकर अपने घर आए। रेनू का कहना है कि जाते समय ससुराल वालों ने उसके सभी गहने, कपड़े और निजी सामान रोक लिए और उसे खाली हाथ घर से निकलना पड़ा।

रेनू पाण्डेय की तहरीर पर पुलिस ने पति समेत सात लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और पीड़िता का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है। अधिकारियों ने कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सख्त कानून और जागरूकता अभियानों के बावजूद दहेज लोभियों की सोच आखिर कब बदलेगी? समाज में बढ़ते ऐसे मामलों पर न सिर्फ कानूनी बल्कि सामाजिक स्तर पर भी कठोर रोक लगाने की जरूरत है ताकि रेनू जैसी महिलाओं के साथ दोबारा ऐसा अत्याचार न हो।

Location : 
  • Gorakhpur

Published : 
  • 1 December 2025, 5:56 PM IST