गोरखपुर: राज्य स्मार्ट सिटी योजनाओं की प्रगति को लेकर मंडलायुक्त में समीक्षा बैठक, इस चीज पर दिया जोर

स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत नगर निगम गोरखपुर में संचालित एवं पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं की प्रगति को लेकर मंडलायुक्त सभागार में एक अहम समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता मंडलायुक्त अनिल ढींगरा ने की। बैठक में नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल सहित स्मार्ट सिटी परियोजना से जुड़े विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

Gorakhpur: गोरखपुर राज्य स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत नगर निगम गोरखपुर में संचालित एवं पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं की प्रगति को लेकर मंडलायुक्त सभागार में एक अहम समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता मंडलायुक्त अनिल ढींगरा ने की। बैठक में नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल सहित स्मार्ट सिटी परियोजना से जुड़े विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

बैठक के दौरान वर्ष 2020-21, 2021-22 एवं 2023-24 में राज्य स्मार्ट सिटी योजना के तहत स्वीकृत परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। अधिकारियों द्वारा प्रस्तुतिकरण के माध्यम से स्वीकृत धनराशि, अवमुक्त राशि, अब तक हुए व्यय तथा भौतिक प्रगति की स्थिति से मंडलायुक्त को अवगत कराया गया।

वर्ष 2020-21 के अंतर्गत स्वीकृत इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) परियोजना की विशेष समीक्षा की गई। लगभग 50.25 करोड़ रुपये की लागत से संचालित यह परियोजना अंतिम चरण में है। मंडलायुक्त ने निर्देश दिया कि ITMS को पूर्ण क्षमता के साथ लागू किया जाए, ताकि शहर में यातायात व्यवस्था सुचारु हो और आमजन को जाम की समस्या से राहत मिल सके।

वर्ष 2021-22 के अंतर्गत जलकल परिसर में निर्माणाधीन मल्टीलेवल पार्किंग परियोजना की प्रगति पर चर्चा हुई। मंडलायुक्त ने कहा कि बढ़ते वाहनों को देखते हुए पार्किंग सुविधाओं का विकास बेहद जरूरी है। उन्होंने निर्देश दिया कि कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और इसे तय समयसीमा में पूर्ण किया जाए, जिससे बाजार क्षेत्रों में यातायात का दबाव कम किया जा सके।

वहीं वर्ष 2023-24 में स्वीकृत परियोजनाओं में नगर निगम कार्यालय के सामने जोनल कार्यालय, सिंगल विंडो काउंटर, मल्टीलेवल पार्किंग, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, इंदिरा बाल विहार में फूड स्ट्रीट, डिजिटल लाइब्रेरी तथा टाउन हॉल रेस्टोरेशन (फेज-1) जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि इनमें से अधिकांश परियोजनाओं में 75 से 100 प्रतिशत तक की भौतिक प्रगति हो चुकी है।

मंडलायुक्त अनिल ढींगरा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजनाओं का उद्देश्य केवल भवन निर्माण नहीं, बल्कि नागरिकों के जीवन स्तर में वास्तविक सुधार लाना है। उन्होंने अपूर्ण परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने, देरी के कारणों की समीक्षा करने और समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने भरोसा दिलाया कि सभी परियोजनाएं शासन की मंशा के अनुरूप पारदर्शिता और गुणवत्ता के साथ पूरी की जा रही हैं। बैठक में स्वच्छता, यातायात, डिजिटल सेवाओं, पार्किंग व्यवस्था और सार्वजनिक स्थलों के सौंदर्यीकरण पर भी विस्तार से चर्चा हुई। अंत में मंडलायुक्त ने कहा कि गोरखपुर को एक आधुनिक, सुव्यवस्थित और नागरिक-अनुकूल शहर बनाना ही स्मार्ट सिटी योजना का मुख्य लक्ष्य है।

Location : 
  • Gorakhpur

Published : 
  • 22 December 2025, 8:06 PM IST