सलाम! अंकित तोमर: खुद की जान गवांकर गाजियाबाद के ट्रैफिक कांस्टेबल ने बचाई महिला की जिंदगी, भावुक हुए कमिश्नर, जानें पूरा मामला

भाई अंकित तोमर ने अपनी जिंदगी की परवाह करते हुए एक महिला की जान बचाई है। अंकित तोमर के कदम से पूरे पुलिस डिपार्टमेंट में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 18 May 2025, 10:19 AM IST
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गजियाबाद: कौशांबी इलाके में शनिवार को एक महिला ने नहर में कूदकर अपनी जान देने का प्रयास किया, लेकिन वहां मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने अपनी जान की बाजी लगाकर महिला को बचा लिया। दुःख की बात यह है कि इस घटना में एक पुलिसकर्मी की नहर में डूबने से मौत हो गई। ट्रैफिक पुलिस के कांस्टेबल अंकित तोमर ने अपने प्राण त्याग दिए। जबकि अन्य पुलिसकर्मी और गोताखोरों ने महिला को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, शनिवार शाम को गाजियाबाद के कौशांबी के मुख्य नहर में एक महिला ने अपने जीवन को समाप्त करने का प्रयास किया। महिला का नाम आरती (29 वर्ष) है, जो वैशाली इलाके की रहने वाली हैं। बताया जा रहा है कि आरती अपने पति और सास से विवाद के चलते आत्महत्या के इरादे से नहर में कूद गई। उसकी बातों से पता चला है कि उसने सास पर गहने चोरी का आरोप लगाने का आरोप लगाया था। इससे वह काफी आहत थी। जब इस मामले में महिला ने अपने भाई से बात की तो भाई बोला, "तू मर जा।"

कैसे नहर में कूदे अंकित तोमर?

उस समय नहर में गंदा और गहरा पानी था। महिला ने सुसाइड की कोशिश करते हुए नहर में छलांग लगा दी। महिला को नहर में कूदते देख ट्रैफिक पुलिस के कांस्टेबल अंकित तोमर (33 वर्ष) ने बिना हिचकिचाहट के नहर में कूद पड़े। उनके साथ टीएसआई रवि भी नहर में कूद गए। तीनों महिला को बचाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन गहरे और गंदी पानी में जाने के कारण कांस्टेबल अंकित तोमर डूब गए।

पीछे छोड़ गए पत्नी और पिता

गोताखोरों समेत पुलिसकर्मियों ने करीब डेढ़ से दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद महिला और सिपाही रवि को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। महिला को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, कांस्टेबल अंकित तोमर का शव घटना स्थल से कुछ दूरी पर मिला। जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मृतक का परिवार गाजियाबाद के अलीगढ़ के बन्ना देवी थाना क्षेत्र के बरोला जाफराबाद गांव का है। वह अपने परिवार का इकलौता बेटा था। अंकित तोमर के पीछे उनकी पत्नी शशि और बुजुर्ग पिता सूबे सिंह बचे हैं।

भावुक हुए पुलिस कमिश्नर

अंकित तोमर की मौत की खबर मिलते ही उनके परिवार में शोक का माहौल छा गया। उनकी पत्नी शशि और पिता फफक कर रो पड़े। परिवार में कोई बच्चा नहीं होने के कारण उन्हें इस घटना का गहरा सदमा लगा है। शनिवार को पुलिस लाइन में शहीद कांस्टेबल के पार्थिव शरीर पर पुलिस अधिकारियों ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गोड, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आलोक प्रियदर्शी, डीसीपी देहात जोन सुरेंद्र नाथ तिवारी और डीसीपी सिटी धवल जायसवाल समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी शहीद की अंतिम यात्रा में भाग लिया।

पुलिस कमिश्नर ने क्या कहा?

पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गोड ने कहा कि कांस्टेबल अंकित तोमर ने बहादुरी का परिचय देते हुए एक महिला को जीवनदान दिया। उन्होंने कहा, “उन्होंने अपने प्राण न्योछावर कर महिला की जान बचाई है। यह साहसिक कार्य अतुलनीय है।”

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