प्रयागराज में बाढ़ का संकट बढ़ा, मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने प्रभावित इलाकों का किया निरीक्षण, राहत कार्य जारी

प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण बाढ़ का संकट गहराता जा रहा है। कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी द्वारा करछना तहसील में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया गया।

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 6 August 2025, 3:36 PM IST

Prayagraj: प्रयागराज जिले में गंगा और यमुना नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण बाढ़ का संकट गहराता जा रहा है। दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से करीब दो मीटर ऊपर पहुंच चुका है, जिससे 107 मोहल्ले और गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। प्रभावित इलाकों में लोग पानी में फंसे हुए हैं और कई जगहों पर संपर्क टूट गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस गंभीर स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड में है। सोमवार को कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने करछना तहसील के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। मौके पर पहुंचकर मंत्री ने पीड़ित परिवारों से बातचीत की और हर संभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जलस्तर की निगरानी सतत की जाए और प्रभावित क्षेत्रों में सूखा राशन, पीने का पानी तथा जानवरों के खाने-पीने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

सीएम के निर्देश की दी जानकारी

मंत्री नंदी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरी सरकार को आपदा की इस घड़ी में मुस्तैद रहने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन भी राहत कार्यों को कुशलता से अंजाम दे रहा है ताकि हर प्रभावित व्यक्ति तक सहायता पहुंच सके। प्रशासन ने बचाव कार्यों के लिए 159 नावों की व्यवस्था की है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जल पुलिस की टीमें लगातार मोर्चा संभाले हुए हैं। बाढ़ प्रभावितों के लिए शहर में 18 राहत शिविर भी स्थापित किए गए हैं, जहां 7000 से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं।

छोटा बघाड़ा में स्थिति गंभीर

छोटा बघाड़ा क्षेत्र में स्थिति सबसे गंभीर बनी हुई है। यहां बड़ी संख्या में प्रतियोगी छात्र किराए के मकानों में रह रहे हैं, लेकिन बाढ़ की वजह से कई मकान मालिक चोरी-छिपे मकान छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। इस क्षेत्र में प्रशासनिक राहत कार्य अभी पूरी तरह से नहीं पहुंच पाया है। स्थानीय जनप्रतिनिधि और समाजसेवी भी राहत कार्यों में सक्रिय हैं। नावों के माध्यम से दूध, ब्रेड, बिस्कुट, पानी और अन्य आवश्यक सामग्री प्रभावितों तक पहुंचाई जा रही है।

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी सोमवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने भी राहत शिविरों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की।प्रशासन, पुलिस और राहत एजेंसियां लगातार मिलकर बाढ़ प्रभावितों की सहायता कर रही हैं और जल्द से जल्द प्रभावितों को राहत पहुंचाने का प्रयास कर रही हैं।

Location : 
  • Prayagraj

Published : 
  • 6 August 2025, 3:36 PM IST