

रायबरेली के गुरु नानक नगर स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में आज श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश पर्व श्रद्धा और भाईचारे के साथ मनाया गया। पढिये पूरी खबर
रायबरेली: उत्तर प्रदेश के रायबरेली के गुरु नानक नगर स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में आज श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश पर्व श्रद्धा और भाईचारे के साथ मनाया गया। प्रातः 3 बजे सुखमनी साहिब का पाठ शुरू हुआ, जिसके बाद 4 बजे सैकड़ों संगत की उपस्थिति में मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगरूप सिंह जी ने अरदास की। संगत ने "सतनाम श्री वाहेगुरु साहिब जी" का जाप करते हुए श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के दर्शन किए। हुकमनामा लिया गया और जपजी साहिब सहित पांच बानियों का पाठ हुआ।
क्या है पूरी खबर
गुरुद्वारा साहिब के हुजूरी रागी जत्थे ने कीर्तन किया। 22 अगस्त को शुरू हुए श्री अखंड पाठ साहिब की समाप्ति आज प्रातः 7:30 बजे हुई, जिसके बाद लंगर का आयोजन हुआ। लंगर की सेवा स. सुरेंद्र सिंह मोगा परिवार ने की। गुरुद्वारा साहिब को फूलों और गुब्बारों से सजाया गया, जिसमें अमन बग्गा, तजिंदर सिंह बग्गा और अमन गांधी ने योगदान दिया। बच्चों और महिलाओं में विशेष उत्साह देखा गया।
इस अवसर पर गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के मुख्य संरक्षक स. बसंत सिंह बग्गा, अध्यक्ष स. हरमंदर सिंह सलूजा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरुमेज सिंह सलूजा, महामंत्री स. बलवीर सिंह गांधी, संरक्षक गुरुबक्श सिंह बग्गा, सतनाम सिंह मोंगा, बलजीत सिंह मरवीजा, मंजीत सिंह गांधी, नरेंद्र सिंह अरोड़ा, गुरमीत सिंह मोंगा, युवा अध्यक्ष यश गांधी, शैंकी गांधी, नरेंद्र सिंह सलूजा, हरविंदर सिंह गांधी, परमजीत सिंह अरोड़ा, मीडिया प्रभारी सतपाल सिंह बग्गा, सोनू सेठ, सोनू गांधी, हरजीत सिंह सलूजा, निर्मल सिंह खनूजा, बलजीत सिंह गांधी, जसप्रीत सिंह गांधी, सिमरन सिंह मखीजा, कमलजीत सिंह बग्गा, कुलदीप सिंह अरोड़ा, इंदरजीत सिंह (धार्मिक मंत्री), गगनदीप सिंह बग्गा, रतन सिंह सलूजा, हरविंदर सिंह, निरंजन सिंह गांधी, सुरेंद्र सिंह मल्होत्रा, सतबीर सिंह मल्होत्रा, कबीर मोंगा, सोना सिंह मोगा, बलजीत सिंह मोगा, इंदरजीत सिंह मोंगा, गुरदीप सिंह मोंगा, इंदरजीत सिंह सलूजा, गोबिंद सिंह सलूजा, करनदीप सिंह मोंगा, जसबीर सिंह गांधी, जसपाल सिंह मल्होत्रा, बलवीर सिंह तनेजा, गुरजीत सिंह तनेजा, तेजपाल सिंह मोगा, त्रिलोचन सिंह मोंगा, अवतार सिंह गांधी, कल्याण सिंह गांधी , श्री गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्किल और स्त्री सत्संग सभा ने विशेष योगदान दिया।