

पूछताछ में उमर ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि उसका पिता शाहिद भी इस लूटपाट में शामिल रहता है। यह गिरोह गाजियाबाद देहात क्षेत्र में सक्रिय था।
पुलिस एनकाउंटर में बाप-बेटे को लगी गोली
Ghaziabad News: गाजियाबाद के मुरादनगर इलाके में बुधवार देर रात पुलिस और लुटेरों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने दोनों लुटेरों को पीछा करके पकड़ने के प्रयास में उनके पैरों में गोली मार दी। घायलावस्था में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मौके से दो जोड़ी कुंडल, एक तमंचा, तीन कारतूस और एक प्लेटिना बाइक बरामद की है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, मामले की जानकारी देते हुए एसीपी मसूरी लिपि नगायच ने बताया कि थाना मुरादनगर पुलिस टीम बुधवार रात पेरिफेरल अंडरपास के पास चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान बाइक सवार दो संदिग्ध युवक दुहाई की ओर से आते दिखाई दिए। पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो दोनों युवक बाइक मोड़कर कन्नौजा रोड की तरफ भागने लगे।
दोनों बदमाशों के पैर में गोली मारी
पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए उनका पीछा किया और घेराबंदी कर ली। इस दौरान लुटेरों की बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई। जब पुलिस ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया, तो उन्होंने अपने को घिरा देख पुलिस टीम पर तमंचे से फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दोनों बदमाशों के पैर में गोली मारी और उन्हें काबू कर लिया।
अस्पताल में भर्ती, लूटपाट का बड़ा खुलासा
गिरफ्तार किए गए बदमाशों की पहचान उमर पुत्र शाहिद, निवासी ग्राम कल्लूगाड़ी, थाना मसूरी, जनपद गाजियाबाद और शाहिद पुत्र अख्तर के रूप में हुई है। पूछताछ में उमर ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि उसका पिता शाहिद भी इस लूटपाट में शामिल रहता है। यह गिरोह गाजियाबाद देहात क्षेत्र में सक्रिय था और अब तक 20 से अधिक महिलाओं से कुंडल और चेन लूट की वारदात को अंजाम दे चुका है।
वारदात के बाद जेवर बेचकर चलाते थे खर्च
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह महिलाओं को अपना आसान शिकार बनाता था। खासकर सुनसान क्षेत्रों या देहात में अकेली जाती महिलाओं को निशाना बनाकर उनके कुंडल और चेन लूट लेते थे। बाद में ये जेवरात बेचकर अपना खर्च चलाते थे।
आगे की जांच जारी
फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से और पूछताछ कर रही है ताकि गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की जानकारी मिल सके। मुरादनगर थाना पुलिस की इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, जिससे क्षेत्र में महिलाओं के खिलाफ हो रही लूटपाट की घटनाओं पर अंकुश लगने की उम्मीद है।