

फतेहपुर के विकासखंड असोथर क्षेत्र में रविवार से हो रही लगातार बारिश ने ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बारिश के चलते ग्राम पंचायत जरौली और उसके मजरे मिश्रन डेरा में दो गरीब परिवारों के आशियाने धराशायी हो गए। पढ़ें पूरी खबर
गृहस्थी का सामान मलबे में दबा
फतेहपुर : उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के विकासखंड असोथर क्षेत्र में रविवार से हो रही लगातार बारिश ने ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बारिश के चलते ग्राम पंचायत जरौली और उसके मजरे मिश्रन डेरा में दो गरीब परिवारों के आशियाने धराशायी हो गए। गनीमत यह रही कि दोनों हादसों में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई, लेकिन पीड़ित परिवारों का गृहस्थी का सामान मलबे में दबकर नष्ट हो गया।
कच्ची कोठरी तेज बारिश के कारण भरभरा
जानकारी के मुताबिक, ग्राम पंचायत जरौली के रहने वाले रामसागर ने बताया कि रविवार की रात वह अपनी पत्नी विमला देवी, पुत्री वंदना और अंशिनी के साथ खाना खाकर आगे वाले कमरे में सो गए थे। देर रात अचानक पिछले हिस्से में बनी कच्ची कोठरी तेज बारिश के कारण भरभरा कर गिर गई। हादसे के समय परिवार का कोई सदस्य उस हिस्से में नहीं था, जिससे बड़ी अनहोनी टल गई।
कपड़े और खाने-पीने का सामान मलबे में दबा
मकान के गिरने से कोठरी में रखे बक्से, कपड़े और खाने-पीने का सामान मलबे में दब गया। ग्रामीणों की मदद से काफी प्रयासों के बाद सामान निकाला गया, लेकिन तब तक काफी सामग्री खराब हो चुकी थी। रामसागर के मुताबिक इस हादसे से उन्हें हजारों रुपये का नुकसान हुआ है।
मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं...
इसी प्रकार ग्राम पंचायत जरौली के मजरे मिश्रन डेरा में रहने वाली विधवा देवराती पत्नी स्व. रामकृपाल का मकान भी लगातार हो रही बारिश से धराशायी हो गया। घर में रखी गृहस्थी मलबे में दबकर पूरी तरह नष्ट हो गई। अकेली रह रही देवराती का कहना है कि उन्हें आज तक प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है, ऐसे में अब उनके सिर से पक्की छत भी छिन गई है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रामलखन निषाद ने बताया कि पीड़ित विधवा का नाम सूची में शामिल कर भेजा गया है। शासन स्तर से मंजूरी मिलने पर उन्हें आवास का लाभ दिलाया जाएगा।