

फर्रुखाबाद के याकूतगंज गांव में गंदे पानी की समस्या और सफाई कर्मियों की लापरवाही से लोग परेशान हैं। कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। गांववाले प्रशासन से समाधान की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
याकूतगंज में नर्क जैसी स्थिति
Farukhabad: बढ़पुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत याकूतगंज के पटनाऊ मोहल्ले में पिछले कई वर्षों से गंदा पानी भरने की समस्या हल नहीं हो पा रही है। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, इस पानी का कोई निकास नहीं है और यह गंदा पानी स्थानीय लोगों के लिए नर्क का रूप ले चुका है। मोहल्ले के लोग इस समस्या से तंग आ चुके हैं और इसके समाधान के लिए बार-बार शिकायतें कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
गांव के निवासियों ने इस समस्या के समाधान के लिए विरोध प्रदर्शन भी किया। लालू नामक निवासी ने बताया कि वह कई सालों से इस गंदे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान माधुरी देवी और प्रतिनिधि वीरेंद्र से कई बार शिकायत की गई, लेकिन उन्होंने कभी भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया। लालू ने आरोप लगाया कि प्रधान हमेशा कहते हैं, "मुझे इस मोहल्ले से वोट नहीं मिला, इसलिए मैं ध्यान नहीं दे सकता।"
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फर्रुखाबाद के याकूतगंज गांव में गंदा पानी और कचरे से लोग परेशान हैं। सफाई कर्मी रिश्वत मांगते हैं, प्रशासन चुप है। गांववाले नर्क जैसी ज़िंदगी जीने को मजबूर हैं। कब जागेगा सिस्टम?#Yakutganj #Farukhabad #SwachhBharat pic.twitter.com/V8BGbSeC1W
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 14, 2025
रिजवान नामक निवासी ने बताया कि न केवल पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई, बल्कि सफाई कर्मचारियों द्वारा भी लापरवाही बरती जाती है। जब सफाई कर्मचारी मोहल्ले में आते हैं, तो वे 30 रुपए की मांग करते हैं और तभी वे कचरा उठाने की बात करते हैं। इस समस्या से परेशान गांववाले अब इस स्थिति को लेकर और अधिक नाराज हैं।
वहीं, ग्राम पंचायत याकूतगंज के हाजी मोहल्ले में भी नल की खराबी और कचरे की समस्या बनी हुई है। गांव के निवासी अनवार ने बताया कि मोहल्ले में लगभग पांच नल खराब पड़े हैं और गलियों में कचरा भरा पड़ा है। इससे गांव में बीमारी फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है। लल्लू ने भी कहा कि प्रधान कभी मोहल्ले में नहीं आते। चुनाव के दौरान ही उनकी दिखत होती है और फिर उसके बाद उनका कोई पता नहीं चलता।
इस समस्या के समाधान के लिए कई बार ग्राम पंचायत और प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। न तो सफाई कर्मियों की लापरवाही पर कार्रवाई की गई है और न ही पानी की निकासी की व्यवस्था की गई। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें यह समझ में नहीं आता कि जब समस्या को लेकर कई बार अधिकारियों से संपर्क किया गया, तो फिर भी प्रशासन कोई कदम क्यों नहीं उठा रहा है।