

फतेहपुर जिले के बिंदकी तहसील अंतर्गत थाना बकेवर क्षेत्र में आज सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
मृतक की फाइल फोटो
फतेहपुर: फतेहपुर जिले के बिंदकी तहसील अंतर्गत थाना बकेवर क्षेत्र में आज सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। बेंता मजरा केवटरा गांव के निवासी 45 वर्षीय किसान रामदास की रिंद नदी में डूबने से मौत हो गई।
सुबह की दिनचर्या बनी हादसे का कारण
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, रामदास प्रतिदिन की तरह शनिवार को भी सुबह शौच के लिए घर से निकले थे। रिंद नदी, जो उनके घर से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, वहीँ पर वह शौच के लिए पहुंचे थे। बताया गया कि रामदास नदी के किनारे बैठे थे, लेकिन किसी कारणवश उनका संतुलन बिगड़ गया और वे फिसलकर नदी की गहराई में चले गए। वह तैरना नहीं जानते थे, जिस वजह से देखते ही देखते पानी में डूब गए।
खोजबीन के बाद हुआ घटना का खुलासा
जब काफी देर तक रामदास घर नहीं लौटे, तो परिजनों को चिंता होने लगी। पहले तो परिजनों ने आसपास खोजबीन की, लेकिन जब कोई जानकारी नहीं मिली तो गांव के लोगों को जानकारी दी गई। इसके बाद गांव के कई लोग खोज में निकल पड़े। रामदास का छोटा भाई हरिश्चंद्र जब नदी के पास पहुंचा, तो उसे वहां कपड़े और चप्पल पड़े मिले। यह देखकर उसकी शंका और भी गहरी हो गई। ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए नदी में तलाश शुरू की और कुछ ही देर में रामदास का शव पानी से बाहर निकाला गया।
पुलिस ने की जांच, पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव
घटना की जानकारी मिलते ही थाना बकेवर की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह दुर्घटनावश डूबने का मामला प्रतीत होता है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के वास्तविक कारणों की पुष्टि हो सकेगी।
पारिवारिक की आर्थिक स्थिति
रामदास एक सामान्य किसान थे और मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। उनके पिता स्वर्गीय शिवलाल भी किसानी से जुड़े रहे। रामदास के परिवार में पत्नी, एक विवाहित पुत्री और दो बेटे हैं, जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं। उनके पास बहुत अधिक खेती की जमीन नहीं थी और घर की आर्थिक स्थिति भी बेहद सीमित थी। रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए उन्हें अक्सर मजदूरी भी करनी पड़ती थी।
ग्रामीणों ने की आर्थिक सहायता की मांग
रामदास की आकस्मिक मृत्यु से पूरा गांव स्तब्ध है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में शोक की लहर दौड़ गई है और लोग परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। गांव के कई लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को यथासंभव आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए, जिससे बच्चों की पढ़ाई और घर के अन्य खर्चों में सहूलियत मिल सके।