Sonbhadra News: ऑपरेशन के बाद प्रसूता की मौत पर परिजनों का हल्ला बोल प्रदर्शन, इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप

सोनभद्र के एक निजी अस्पताल में इंसानियत की सारी हदें पार हो चुकी है। यह मामला आपको अंदर तक झकझोर कर रख देगा। पूरी घटना जानने के लिए पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 14 June 2025, 10:34 AM IST
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सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जहां राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के छपका मोड़ के पास हाईवे किनारे स्थित अस्पताल में प्रसव के लिए लाई गई प्रसूता की मौत से हड़कंप मच गया। इससे खफा परिवार के लोगों ने जहां नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग की। वहीं, रास्ते से जिला अस्पताल के लिए मोड़ देने पर खासी नाराजगी जताई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक मसले को लेकर पुलिस से हल्की नोंक-झोंक की भी स्थिति बनी। मामला रामा हॉस्पिटल से जुड़ा बताया जा रहा है। समाचार दिए जाने तक परिजन वापस उसे लेकर संबंधित अस्पताल पर जाने की बात पर अड़े हुए थे। वहीं राबर्ट्सगंज पुलिस की टीम उन्हें बीच रास्ते में रोक कर, समझा-बुझा कर शव को मोर्चरी में रखने और मामले की तहरीर देने की बात कही। इस दौरान पुलिस ने नाराजगी जता रहे परिवार वालों को शांत करने की कोशिश में जुटी हुई थी।

Police explaining to family members

परिजनों को समझाती हुई पुलिस

पति ने लगाए गंभीर आरोप
बताते दें कि चोपन थाना क्षेत्र के कोटा गांव निवासी अजय पत्नी अंजू  को प्रसव के लिए हाईवे किनारे स्थित रामा हॉस्पिटल लाया गया था। परिजनों के मुताबिक वहां सिजेरियन ऑपरेशन के जरिए बच्चा पैदा कराया गया। इसके बाद अचानक से प्रसूता की हालत काफी खराब हो गई। मामले पर पति का आरोप है कि मौत हो जाने पर बेहोश होने की बात करते हुए एक निजी एंबुलेंस की व्यवस्था की और उन्हें जबरिया वाराणसी भेजा जाने लगा। जब उसने देखा की पत्नी की नब्ज चल ही नहीं रही है तो वह अकेले होने के कारण किसी तरह एंबुलेंस को अपने घर की तरफ ले गया।

मामला रफा-दफा करने की कोशिश
पति का यह भी आरोप है कि रास्ते में रोक कर उसे एक की डेढ़ लाख की रकम देने की पेशकश की गई। कहा गया कि दी जा रही रकम को लेकर मामले को रफा-दफा कर दो। लेकिन वह लोग कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। पति ने आगे बताया कि वह वापस एंबुलेंस से अपने परिवार के लोगों के साथ राम हॉस्पिटल के लिए लौट रहा था लेकिन जिला अस्पताल के पास सड़क पर पुलिस की तरफ से उन्हें रोक लिया गया और जबरिया एंबुलेंस को पोस्टमार्टम हाउस के लिए मोड़ दिया गया।

Long traffic jam on the road

सड़क पर लगा लंबा जाम

पुलिस के साथ हुई नोक झोक
पोस्टमार्टम हाउस में शव उतारने के लिए कहा जाने लगा तभी परिवार के दूसरे लोग पहुंच गए और उन्होंने इसको लेकर विरोध शुरू कर दिया। इसको लेकर देर तक पुलिस के साथ नोक झोक होती रही। बता दें कि पुलिस के तरफ से किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई लेकिन परिवार के लोग संबंधित अस्पताल पर पहुंचने और मामले में कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे।

घटना पर पुलिस का बयान
मामले को लेकर पुलिस का कहना था कि परिजन प्रकरण को लेकर तहरीर दे कार्रवाई की जाएगी। समाचार दिए जाने तक मामले में गतिरोध की स्थिति बनी हुई थी पीएम हाउस पर पुलिस और परिजनों के बीच बातचीत जारी थी।

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