

नोएडा पुलिस ने एक फर्जी “इंटरनेशनल थाने” का भंडाफोड़ किया है। जिसे ‘इंटरनेशनल पुलिस एंड क्राइम इंवेस्टिगेशन ब्यूरो’ के नाम से चलाया जा रहा था। यह गिरोह खुद को अंतरराष्ट्रीय एजेंसी का अधिकारी बताकर लोगों को ठगने की योजना बना रहा था। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, स्टांप और पहचान पत्र बरामद करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
नोएडा में फर्जी 'इंटरनेशनल थाना' का भंडाफोड़
Noida News: नोएडा में पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए एक कथित "इंटरनेशनल थाना" का भंडाफोड़ किया है। जिसे ‘इंटरनेशनल पुलिस एंड क्राइम इंवेस्टिगेशन ब्यूरो’ के नाम से सेक्टर-70 में संचालित किया जा रहा था। यह गिरोह खुद को विदेशी जांच एजेंसी या CIB (क्राइम इंवेस्टिगेशन ब्यूरो) का अधिकारी बताकर लोगों को ठगने की तैयारी में था।
चार आरोपी केवल 12वीं पास
फेस-3 थाने की पुलिस ने रविवार को इस फर्जी कार्यालय पर छापा मारकर वहां से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान विभाष, अराग्य, बाबुल, पिन्टूपाल, समपमदल और आशीष के रूप में हुई है। सभी आरोपी पश्चिम बंगाल के कोलकाता, वीरभूम और 24 परगना जिले के निवासी हैं। इनमें चार आरोपी केवल 12वीं पास हैं। जबकि एक के पास बीए और एक के पास एलएलबी की डिग्री है।
भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामान बरामद
छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, पहचान पत्र, चेकबुक, पासबुक, नकली सरकारी स्टांप, लेटरहेड्स और आधिकारिक प्रतीकों की कॉपियां बरामद कीं। यह सामग्री इस बात की पुष्टि करती है कि आरोपी एक संगठित तरीके से आम लोगों को ठगने की योजना बना रहे थे।
पुलिस का बयान
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी खुद को अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से जुड़ा हुआ बताकर लोगों से वेरिफिकेशन या जांच के बहाने संपर्क करते थे। प्रारंभिक जांच से यह साफ है कि आरोपियों ने हाल ही में इस फर्जी कार्यालय की स्थापना की थी और गाजियाबाद में पकड़े गए फर्जी दूतावास गिरोह की तरह ही सरकारी नाम और प्रतीकों का गलत इस्तेमाल कर रहे थे।
बड़ी साजिश की थी तैयारी
पुलिस ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का दायरा बढ़ा दिया है। सेंट्रल जोन पुलिस अब आरोपियों के नेटवर्क, वित्तीय लेन-देन और किसी बड़े गिरोह से इनके संबंध की भी जांच कर रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि अब तक कितने लोगों को इनके जाल में फंसाया गया है।