रायबरेली में ईदुल अज़हा की नमाज़ शांति पूर्वक हुई संपन्न, दिया ये संदेश

ईदुल अजहा पर आज जनपद रायबरेली में विभिन्न मस्जिदों में शांतिपूर्ण तरीके से नमाज अदा की गई। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 7 June 2025, 2:47 PM IST

रायबरेली: जनपद में ईदुल अज़हा की नमाज़ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सम्पन्न हो गई। इस दौरान सभी नमाज़ियों ने ईदगाह के भीतर ही नमाज़ अदा की। जिला प्रशासन ने पहले ही कह दिया था कि नमाज़ ईदगाह के बाहर नहीं होगी। मुस्लिम समुदाय ने प्रशासन को आश्वासन दिया था कि निर्देशों का पालन होगा। उधर सुबह से ही लोग अल्लाह की राह में कुर्बानी के तौर पर बकरों को भी हलाल कर रहे हैं। इस मौके पर ज़िले के प्रमुख शिक्षाविद शशिकान्त शर्मा ने लोगों को मुबारकबाद दी है।

सलोन क्षेत्र के ग्राम सभा बेवली में आज ईद उलअजहा की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराई गई। ईद उलअजहा की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गई। मौलाना अयाज़ नदवी ने ईद उल अजहा की नमाज पढ़कर पूरे देश के लिए दुआएं मांगी और शांतिपूर्ण तरीके से कुर्बानी करने की अपील की। इस मौके पर मौलाना अयाज नदवी, मोहम्मद मुजीब, मोहम्मद बसर, मसरूर फारुकी, हाफिज मोहम्मद सद्दाम आदि लोग रहे मौजूद।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार ऊंचाहार के मास्टरगंज स्थित ईदगाह और कस्बे की मस्जिदों में शनिवार को बकरीद की नमाज अदा की गई। मौलाना मोहम्मद अहमद ने ईदगाह में नमाज कराई। मुस्लिम समुदाय के लोग सुबह से ही नए कपड़े पहनकर और खुशबू लगाकर नमाज के लिए पहुंचे।

नमाज के बाद देश में भाईचारे और शांति की दुआ मांगी गई। कस्बे के निजाम अहमद, शाजू नकवी, शानू सिद्दीकी, इरफान, मोहम्मद इदरीस और सभासद प्रतिनिधि मोहम्मद वसीम ने ईदगाह में एक-दूसरे से मिलकर शिकवे-गिले दूर किए।

मौलाना मोहम्मद अहमद और मौलाना जमीर ने बताया कि ईद-उल-अजहा अल्लाह की खुशनूदी हासिल करने का माध्यम है। इस दिन जानवरों की कुर्बानी से अल्लाह का कुर्ब हासिल किया जाता है। कुर्बानी का सिलसिला तीन दिनों तक चलेगा।

ऊंचाहार नगर में हिंदू-मुस्लिम एकता के साथ त्योहार मनाया जा रहा है। लोग एक-दूसरे के घर जाकर सिवईं खा रहे हैं और खिला रहे हैं। अल्लाह की रजा के लिए कुर्बानी की जा रही है।

परशदेपुर नगर पंचायत के अल्ला बाग स्थित ईदगाह में शनिवार को बकरीद का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। हजारों लोगों ने एक साथ नमाज अदा की। नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी।

ईद-उल-अजहा को कुर्बानी की ईद भी कहा जाता है। यह त्योहार इस्लाम के पवित्र महीने जिल्हिज्जा की दसवीं तारीख को मनाया जाता है। यह हजरत इब्राहीम की परीक्षा की याद में मनाया जाता है। अल्लाह ने उन्हें अपने बेटे हजरत इस्माइल की कुर्बानी का आदेश दिया था। इब्राहीम की ईमानदारी देखकर अल्लाह ने बेटे की जगह एक दुम्बा की कुर्बानी का आदेश दिया।

मौलाना मोहम्मद इस्लाम नकवी ने कहा कि कुर्बानी श्रद्धा के साथ की जानी चाहिए। तभी अल्लाह उसे स्वीकार करते हैं। उन्होंने बताया कि कुर्बानी सिर्फ एक रस्म नहीं है। यह ईमानदारी और अल्लाह के प्रति समर्पण का प्रतीक है।

त्योहार के अवसर पर बड़ेला में मेला लगा। लोगों ने मेले में जमकर खरीदारी की। पूरे इलाके में ईद की खुशियां देखी गईं।

Location : 
  • Raebareli

Published : 
  • 7 June 2025, 2:47 PM IST